


मृतक के पुत्र महेंद्र उरांव और उपेंद्र उरांव ने बताया कि उनके करीब पांच एकड़ में लगी धान और मक्का की फसल पूरी तरह नष्ट हो गई है. वहीं, साधना उरांव का घर भी हाथियों ने तोड़ दिया, जिससे करीब तीन लाख रुपये का नुकसान हुआ. ग्रामीणों ने ढोल-नगाड़े और मशालों के जरिए हाथियों को गांव से बाहर खदेड़ने की कोशिश की. घटना की सूचना मिल, ने के बाद वन विभाग और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची.
रेंजर नंदकुमार महतो ने बताया कि मृतक के परिजनों को तत्काल 40 हजार रुपये की सहायता राशि दी गई है. उन्होंने कहा कि सरकारी प्रावधानों के तहत तीन लाख साठ हजार रुपये का अतिरिक्त मुआवजा भी दिया जाएगा. पुलिस ने मृतक का शव पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है. ग्रामीणों में अब भी दहशत कायम है, और लोग पूरी रात जागकर सतर्कता बरत रहे हैं.