


पीटीआर के उप निदेशक प्रजेश जेना ने बताया कि मृत हाथी की उम्र लगभग 21 वर्ष है. उन्होंने कहा कि हाथी की मौत के सही कारणों का पता लगाने के लिए पोस्टमार्टम कराया जा रहा है. प्रजेश जेना ने संभावना जताई कि मौत हाथियों के आपसी संघर्ष का परिणाम हो सकती है, हालांकि हाथी के शरीर पर किसी तरह की बाहरी चोट के निशान नहीं मिले हैं.
वन विभाग ने पुष्टि की है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के वास्तविक कारणों का खुलासा हो सकेगा. मृत हथनी का पोस्मार्टम के लिए डॉक्टर की टीम घटना स्थल पर पहुंच चुकी है. डॉक्टर की टीम में डॉ हरिहर प्रसाद, डॉ सुरेश कुमार एवं मीरा कुमारी शामिल है.
