लातेहार
सांसद ने समिति के समक्ष कोयला कोरिडोर से लेकर पुनर्वास तक रखीं कई अहम मांगें
The MP placed several important demands before the committee, ranging from the coal corridor to rehabilitation.


सांसद ने कहा कि टंडवा क्षेत्र के आम्रपाली, चन्द्रगुप्त, मगध, संघमित्रा, अशोका, पिपरवार एवं तेतरिया प्रोजेक्ट के लिए अलग कोयला ढुलाई कोरिडोर का निर्माण अति आवश्यक है. उन्होंने कहा कि कोयला परिवहन के कारण आम सड़कों पर वाहनों का अत्यधिक दबाव बढ़ गया है, जिससे स्थानीय जनजीवन प्रभावित हो रहा है और अनेक जानें भी जा चुकी हैं.
अलग कोरिडोर बनने से जनसाधारण के आवागमन हेतु सुरक्षित सड़क की सुविधा भी सुनिश्चित होगी. सांसद ने प्रदूषण नियंत्रण के मुद्दे पर भी समिति का ध्यान आकर्षित किया. उन्होंने कहा कि कोयला परियोजना क्षेत्र में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे स्थानीय लोग गंभीर बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं. उन्होंने मांग की कि इस दिशा में प्रभावी कदम उठाते हुए जनस्वास्थ्य को प्राथमिकता दी जाए. इसके साथ ही श्री सिंह ने परियोजनाओं से प्रभावित एवं विस्थापित परिवारों के पुनर्वास और रोजगार की समस्या उठाई.
उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने अपनी जमीनें परियोजना के लिए दी हैं, उनके परिवारों के पुनर्वास की समुचित व्यवस्था और प्रत्येक प्रभावित परिवार के एक सदस्य को रोजगार की गारंटी दी जानी चाहिए. सांसद ने यह भी कहा कि चतरा लोकसभा क्षेत्र सीसीएल के कुल उत्पादन में लगभग 67 प्रतिशत योगदान देता है, बावजूद इसके यहाँ शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क और रोजगार जैसी बुनियादी सुविधाएँ आज भी बेहद सीमित हैं.
उन्होंने समिति से इन क्षेत्रों के लिए एक मास्टर प्लान तैयार कर समग्र विकास का रोड मैप बनाने का आग्रह किया.