
लातेहार: बालूमाथ प्रखंड के गेरेंजा गांव सहित आसपास के पंचायतों के सैकड़ों ग्रामीणों ने सोमवार को उपायुक्त कार्यालय पहुंचकर एनटीपीसी और एनएलपी के ख़िलाफ़ एक ज्ञापन सौंपा।

ग्रामीणों का आरोप है कि नॉर्थ धाधू कोल परियोजना के लिए कंपनियां डोर-टू-डोर जाकर लोगों को डरा-धमकाकर भूमि अधिग्रहण करने की कोशिश कर रही हैं। यह क्षेत्र संविधान की पांचवी अनुसूचि में आता है, जहां ग्राम सभा की अनुमति के बिना भूमि अधिग्रहण अवैध है।ग्रामीणों का कहना है कि कंपनी कुछ दलालों के माध्यम से बिना ग्राम सभा की सहमति के ज़मीन लेने का प्रयास कर रही है।

महिलाओं को घर में घुसकर धमकाया जा रहा है कि यदि भूमि नहीं दी गई तो उन्हें जेल भेज दिया जाएगा। ग्रामीणों ने बताया कि वे खेती, पशुपालन और वनोपज पर निर्भर हैं। सैकड़ों एकड़ में घने जंगल हैं, वहां आम, नीम, महुआ, साल, करंज, केंदू जैसे पेड़ हैं, जो उनकी आजीविका का स्रोत हैं।

भूमि अधिग्रहण से न केवल पर्यावरण को भारी नुकसान होगा बल्कि मानव और वन्यजीवन भी खतरे में पड़ जाएगा। ग्रामीणों के धार्मिक स्थल भी इस परियोजना के चलते नष्ट हो जाएंगे।

ग्राम प्रधान प्रमेश्वर गंझू और ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से इस परियोजना पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है और साफ कहा है –
“जान देंगे पर जमीन नहीं देंगे।”



