


भाई दूज के दिन भाइयों के घर पहुंचने पर बहनों ने उनका तिलक कर आरती उतारी और उनकी दीर्घायु की प्रार्थना की. इस अनोखी परंपरा में बहनों ने पहले अपने भाइयों को प्रतीकात्मक रूप से मृत्यु का शाप दिया और फिर अपनी जीभ पर कांटा चुभाकर इस शाप का प्रायश्चित किया. इसके बाद गोबर के प्रतीकात्मक गोधन को कूटते हुए अपने भाइयों की सुरक्षा की कामना की.
इसके उपरांत भाइयों ने अपनी सामर्थ्य अनुसार बहनों को उपहार भेंट किए. भाई दूज पर्व को लेकर झारखंड सरकार के द्वारा विशेष अवकाश आयोजित किया गया था जिसे महिला सरकारी कर्मी और स्कूली छात्र-छात्राओं में खुशी का माहौल भी था.