


आंदोलनकारियों के बाल-बच्चों के लिए सौ प्रतिशत रोजी रोजगार, नियोजन की गारंटी करने, अलग पहचान, झारखंड आंदोलनकारियों के जेल जाने के बाध्यता समाप्त करते हुए सभी को सम्मान पेंशन राशि 50- 50 हजार रु. तथा राजकीय मान सम्मान सरकार से देने ,अलग राज्य के निर्माण, माय माटी के मूल्यों को स्थापित करने, समाजिक समरसता कायम रखने तथा झारखंडी आस्तित्व व अस्मिता की रक्षा के लिए संघर्ष जारी रखने का संकल्प लिया गया.
अखिल भारतीय किसान सभा के अध्यक्ष राजन क्षीरसागर ने कहा कि झारखंड क्रांतिकारियों की भूमि है यहां के लोगों ने पूंजीवाद उपनिवेशवाद के खिलाफ ऐतिहासिक संघर्ष किया है अलग राज्य के मूल्यों को स्थापित करना झारखंड आंदोलनकारियों का परम दायित्व है. इस अवसर पर झारखंड आंदोलनकारी पद्मश्री मधु मंसूरी हंसमुख ने आंदोलनकारी से संघर्ष के पथ पर चलकर झारखंड को बेहतर राज्य बनाने का आह्वान किया.
झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा के संस्थापक पुष्कर महतो ने कहा कि झारखंड आंदोलनकारी को अपने बाल बच्चों के अधिकारों की रक्षा के लिए एक और संघर्ष करना है. राज्य बने 25 वर्ष हो गए. इस क्रम में अलग राज्य के निर्माता की बड़ी संख्या में मृत्यु हो चुकी है, जिनकी पहचान आज तक नहीं हुई है. उनके परिवार के लोग दर-दर भटकने के लिए विवश लाचार है. राज्य सरकार झारखंड आंदोलनकारी कल्याण बोर्ड का गठन कर प्रत्येक आंदोलनकारी को राजकीय मान सम्मान अलग पहचान रोजी रोजगार नियोजन की क्रांति तथा सम्मान पेंशन राशि देकर किरदार करें.
नेहा नवनीता ने कहा कि झारखंड आंदोलनकारी के सम्मान से ही राज्य का सम्मान है. आज अगर आंदोलनकारी पेंशन के लिए मोहताज हैं तो इस राज्य के लिए सबसे बड़ी दुख की बात है. कार्यक्रम का संचालन लातेहार जिला संयोजक वीरेंद्र ठाकुर, स्वागत एवं धन्यवाद ज्ञापन दक्षिणी छोटा नागपुर प्रमंडल की अध्यक्ष रोजलीन तिर्की ने किया.
कार्यक्रम में सर्वश्री अध्यक्ष विदेशी महतो, ललित नारायण, लाल विजय नाथ शाहदेव, लाल धन महतो, रंजीत टोप्पो, सोमारी देवी, फिलमोन एक्का, एंथम लकड़ा, वीरांगना किंडो, उर्मिला देवी, प्रतिमा कुजुर, किशोर गिद्ध, मार्शल लकड़ा, सुनील केरकेट्टा, धारदुल भुइया, कैलाश सिंह, शंखनाथ सिंह, नंदलाल मेहता, विनोद कुमार पांडेय, जीदन कॉल, बुधन हेमरोम, आरके झा, आफताब अंसारी, तैयब अंसारी, राहुल सुरीन, जफर खान, विनोद बड़ाइक, भुनेश्वर सेनापति व मंगलदीप तिग्गा सहित बड़ी संख्या में पूरे राज्य भर के आंदोलनकारियों ने भाग लिया.