


जिला अध्यक्ष पंकज सिंह सोमवार को सदर अस्पताल परिसर में भाजपा के द्वारा आयोजित धरना प्रदर्शन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने आगे कहा कि झारखंड की सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है. राज्य के सरकारी अस्पतालों में आए दिन हृदय विदारक घटनाएं हो रही हैं. पंकज सिंह ने बताया कि भारत सरकार ने 13 जनवरी 2021 को ही राज्य में संचालित ब्लड बैंकों की स्थिति में सुधार के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए थे, परंतु राज्य सरकार ने इसे हल्के में लिया और केवल खानापूर्ति की गई.
उन्होंने कहा कि इसी लापरवाही का भयावह परिणाम आज झारखंड की जनता भुगत रही है. जिला उपाध्यक्ष राकेश कुमार दुबे ने कहा कि अस्पताल चिकित्सक, दवाइयां, बेड और एम्बुलेंस की कमी से जूझ रही है. गरीब जनता को अब सरकारी अस्पतालों में मौत मिल रही है. उन्होंने कहा कि चाईबासा सदर अस्पताल की यह घटना स्वास्थ्य विभाग की अक्षम्य लापरवाही का प्रमाण है। चिकित्सा संसद प्रतिनिधि डॉ चंदन ने कहा कि अब जनता सरकारी अस्पतालों में इलाज कराने से पहले सैकड़ों बार सोचने को विवश है. लातेहार के स्वास्थ्य केंद्रों में लगातार अनियमितता की खबरें आ रही है.
पिछले रविवार को होटवाग स्वास्थ्य केंद्र एएनएम की लापरवाही से एक नवजात की मौत प्रसव के दौरान हो गई. भाजपा ने राज्यपाल को संबोधित एक ज्ञापन उपयुक्त को सौंपा. ज्ञापन में जिला अध्यक्ष ने राज्यपाल से दोषी अधिकारियों और भ्रष्ट स्वास्थ्य मंत्री को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की है. धरना में सांसद प्रतिनिधि बंशी यादव, राजीव रंजन पांडेय, बबन पासवान, आनंद सिंह, गौरव दास समेत कई भाजपा नेता मौजूद थे.