लातेहार,21 दिसंबर। सदर प्रखंड के उदयपूरा पंचायत के आरागुंडी ग्राम में झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा, लातेहार जिला इकाई के तत्वावधान में शनिवार को झारखंड आंदोलनकारियों के सम्मान व अधिकारों की रक्षा विषय पर सम्मेलन आयोजित किया. मौके पर झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा का संस्थापक एवं प्रधान सचिव पुष्कर महतो ने कहा कि बड़े संघर्ष के बाद झारखंड को अलग राज्य बनाया गया है. आज हमारे प्रदेश के मुख्यमंत्री झारखंड आंदोलनकारी दिशोम गुरू शिबू सोरेन पुत्र हेमंत सोरेन हैं.
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उन्होने झारखंड आंदोलनकारियों को उनका हक व अधिकार देने की बात कही. आगे कहा कि झारखंड सरकार खनिजों का 26 प्रतिशत रॉयल्टी की मांग केंद्र सरकार से कर रही है. अभी तो सरकार ने मात्र डेढ़ प्रतिशत 36 लाख करोड़ रूपया की मांग कर रही है. समता जजमेंट के तहत और 26 प्रतिशत रॉयल्टी का अधिकार चाहिए. सम्मेलन में झारखंड आंदोलनकारियों के राजकीय मान-समान, अलग झारखंडी पहचान, आंदोलनकारियों की संतान को शत प्रतिशत रोजी रोजगार एवं नियोजन के अधिकार और सम्मान पेंशन राशि कम से कम 50 हजार रुपए देने की मांग सरकार से की गयी.
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दक्षिणी छोटा नागपुर की अध्यक्ष रोजलिन तिर्की ने कहा कि झारखंडी की पहचान को बचाये रखना है. उन्होने झारखंडी अस्तित्व और अस्मिता की रक्षा के लिए एक हूल करने की अपील की. मौके पर अनिल मनोहर खलखो, वीरेंद्र उरांव, श्याम बिहारी यादव, राजीव कुमार भास्कर, दया पांडेय, राधिका पासवान, रमन गंझू ,दीपक पांडे, राजू उरांव, जयराम भगत, आफताब खान अर्जुन गंंझू, दिनेश चंद्रवंशी व राजेश उरांव आदि मौजूद थे.
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कार्यक्रम का संचालन विश्वनाथ गुप्ता तथा धन्यवाद ज्ञापन सूरज देव भगत ने किया. कार्यक्रम में झारखंड के आंदोलन के शहीद हुए आंदोलनकारियों को दो मिनट का मौन रख कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया.