लातेहार
जितिया का पर्व पर माताओं ने अपने संतान की लंबी उम्र की कामना की

लातेहार। जिला मुख्यालय समेंत आसपास के क्षेत्रों में जितिया (जीवित्पुत्रिका व्रत) पर्व पारंपरिक रूप से मनाया गया. इस अवसर पर माताओं ने निर्जला उपवास कर अपने संतान की लंबी उम्र और सुख समृृद्धि की कामना की. इससे पहले जितिया व्रत के पहले अश्विन माह के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि 13 सितंबर को नहाय खाय मनाया गया. इसमें महिलाएं नहाने के बाद ही भोजन करती हैं.

दूसरे दिन 14 सितंबर को खर जितिया मनाया गया. इसमें मातायें निर्जला व्रत रखती हैं और भगवान शिव व मां पावर्ती की पूजा करती हैं. माताओ ने सामुहिक रूप से भी जितिया पर्व मनाते देखा गया. शहर के मनोकामना सिद्ध हनुमान मंदिर व श्री वैष्णव दुर्गा मंदिर में माताओं ने सामुहिक रूप से जितिया का पर्व मनाया और भगवान शिव व माता पावर्ती की कथा का श्रवण किया.

पुजारी त्रिभुवन पांडेय ने बताया कि जितिया (जीवित्पुत्रिका व्रत) अश्विन माह के कृष्ण पक्ष की सप्तमी से नवमी तक मनाया जाता है. जितिया व्रत का महत्व हिंदू धर्म में बहुत अधिक है. खासकर संतान की लंबी उम्र और सुखी जीवन के लिए. इस व्रत को रखने से संतान पर आने वाले संकट टल जाते हैं और उनकी उम्र लंबी होती है. उन्होने बताया कि तीसरे दिन 15 सितंबर को व्रत का पारण किया जायेगा. इसमें महिलाएं प्रसाद ग्रहण कर अपना व्रत तोडेंगी. 



