
लातेहार। प्रखंड पशुपालन पदाधिकारी हरेंद्र भगत ने कहा कि राष्ट्रीय पशुधन मिशन (National Livestock Mission – NLM) भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही एक प्रमुख योजना है. इसका उद्देश्य पशुपालन क्षेत्र का समग्र विकास करना और किसानों की आय बढ़ाना है. यह योजना 2014-15 में शुरू की गई थी और इसे 2021-22 में संशोधित किया गया था ताकि इसे अधिक प्रभावी बनाया जा सके. शुभम संवाद संवाददाता निहित कुमार ने कैमरा मैन राहुल के साथ उनसे बातचीत की.
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राष्ट्रीय पशुधन मिशन के उद्देश्य:
1. पशुपालकों की आय में वृद्धि – वैज्ञानिक तरीके अपनाकर पशुपालन को लाभदायक बनाना।
2. पशुओं की उत्पादकता बढ़ाना – उन्नत नस्लों के पशु उपलब्ध कराना और सुधार कार्यक्रम चलाना।
3. चारे और चारा उत्पादन में सुधार – गुणवत्ता युक्त चारे की उपलब्धता सुनिश्चित करना।
4. पशुधन के लिए बुनियादी ढांचे का विकास – डेयरी, पोल्ट्री, बकरीपालन, भेड़पालन आदि के लिए सुविधाएं विकसित करना।
5. रोजगार सृजन – ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर पैदा करना।
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राष्ट्रीय पशुधन मिशन में मुख्य रूप से चार घटक शामिल हैं:
1. पशुधन विकास – उन्नत नस्लों के पशुओं का पालन और उनकी उत्पादकता में सुधार।
2. पशु चारा और चारे की बीज उत्पादन – चारे की गुणवत्ता सुधार और चारा उत्पादन को बढ़ावा देना।
3. नवाचार और विस्तार (Innovation & Extension) – नए तकनीकों का उपयोग और पशुपालकों को प्रशिक्षण।
4. सहकारी डेयरी विकास – डेयरी उद्योग को बढ़ावा देने के लिए सहायता प्रदान करना।
योजना के तहत मिलने वाली सहायता
सब्सिडी – लाभार्थियों को डेयरी, बकरीपालन, मुर्गीपालन आदि के लिए 50-60% तक की सब्सिडी।
ऋण सुविधा – बैंक के माध्यम से कम ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध कराया जाता है।
प्रशिक्षण एवं सहायता – पशुपालकों को आधुनिक तकनीकों की जानकारी दी जाती है।
पात्रता (Eligibility)
किसान, स्वयं सहायता समूह (SHG), कृषक उत्पादक संगठन (FPO), सहकारी समितियां, स्टार्टअप और निजी उद्यमी इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।
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आवेदन प्रक्रिया
इच्छुक लाभार्थी राष्ट्रीय पशुधन मिशन की आधिकारिक वेबसाइट या राज्य सरकार के पशुपालन विभाग के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं.

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9471504230/9334804555




