


आम लोगों का हुजुम भी हाथी के पीछे पीछे था. इससे हाथी को रास्ते से भटक गया. गनीमत यह रही कि शहर में घूमने के बावजूद भी हाथी ने किसी तरह की कोई जानमाल को नुकसान नहीं पहुंचाया. वन विभाग की टीम बड़ी मुश्किल से हाथी को घनी आबादी से निकालने में कामयाब रही. शहर में हाथी के घुसने की खबर से दुकानों का सट्टर गिरने लगे और लोग इधर उधर भागने लगे.
बता दें कि बुधवार देर शाम जंगलों से निकलकर चार हाथियों का झुंंड गुमला क्षेत्र के ग्राम बांसटोली गांव के पास डेरा जमा किये हुआ था. एक जंगली हाथी अपने ग्रुप से अलग होकर सोहरपाठ गांव में विपिन टोप्पो के घर में घुस गया और घर पर रखें अनाज को चट कर गया. इसके बाद हाथी कुरूद गांव में पहुंचा.
कुरूद गांव के लोगो ने हाथी को खदेड़कर महुआडांड़ के शहर की ओर भागा दिया. महुआडांड़ आने के क्रम में हाथी ने बोरकोना गांव में एक घर से एक बोरा राशन चट कर गया. रास्ते में एक पीक अप वैन पर हमला किया. पीक अप वैन में चावल लदे थे. लेकिन लोगो की शोर सुन कर हाथी वहां से दूसरी ओर निकल गया.