लातेहार
मजदूर दिवस के दिन बड़ा हादसा: वज्रपात से एक की मौत, चार घायल


बालूमाथ (लातेहार)। बारियातू थाना क्षेत्र के चटुआग गांव में गुरुवार को बेमौसम बारिश के साथ वज्रपात हुई है. इस घटना में वज्रपात की चपेट में आने से एक मजदूर की मौत हो गई. जबकि दो अन्य मजदूर और दो बच्चे घायल हो गए. घटना के बाद पुलिस ने मृतक मजदूर के शव को कब्जे में लिया है. मजदूर की पहचान पलामू जिले के पांकी थाना क्षेत्र के सोनपुर गांव का रहने वाला था. बारियातू थाना क्षेत्र के चटुआग गांव में सिकंदर महतो के बंगला ईंट भट्ठा में काम करने वाले मजदूर ईंट तैयार करने के लिए मिट्टी तैयार कर रहे थे. इसी दौरान अचानक मौसम खराब हुआ और बारिश होने लगी. मजदूर भाग कर पास में स्थित एक झोपड़ी में चले गए.
इसी दौरान अचानक तेज गर्जना के साथ वज्रपात हुई. जिसकी चपेट में आने से झोपड़ी में मौजूद तीन मजदूर और दो बच्चे घायल हो गए. इस घटना के बाद अन्य मजदूरों के द्वारा प्रखंड बीएससूत्री अध्यक्ष राजेंद्र गंझु के सहयोग से घायल लोगों को बालूमाथ अस्पताल लाया गया. जहां जांच के बाद डॉ सुरेंद्र कुमार और डॉ अलीशा ने मजदूर महादली भुइयां को मृत घोषित कर दिया. वहीं घायल मजदूर राहुल कुमार, आशीष भुइयां तथा दोनों बच्चों का इलाज किया गया. चिकित्सकों के अनुसार अन्य घायल खतरे से बाहर हैं.
राजेंद्र गंझू में बताया कि वज्रपात में लोगों को घायल होने की सूचना मिलने के बाद सभी को समय पर अस्पताल पहुंचा दिया गया. परंतु एक मजदूर की मौत हो गई. घटना के बाद थाना प्रभारी देवेंद्र कुमार के निर्देश पर पुलिस की टीम मृतक मजदूर के शव को कब्जे में ले लिया है. मजदूर के शव को पोस्टमार्टम के लिए लातेहार सदर अस्पताल भेजा जा रहा है. थाना प्रभारी ने बताया कि वज्रपात में घायल अन्य मजदूर खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि सभी मजदूर पलामू जिले के पाकी थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं. लोगों ने आरोप लगाया कि मजदूर दिवस के दिन मजदूरों से काम लेना कहीं से भी उचित नहीं है.
मजदूर ईंट के लिए मिट्टी गूंथ रहे थे. इधर भट्ठा मालिक सिकंदर महतो का कहना है कि मजदूर अपनी झोपड़ी में थे. मोबाइल में दिख रहा था कि गुरुवार को बारिश होगी, इस कारण आज काम बंद था. वहीं महिला मजदूरों का कहना था कि सभी लोग ईंट निर्माण के लिए मिट्टी गुथने का काम कर रहे थे.