लातेहार
कर्मयोगी अभियान का उद्देश्य ग्रामीण समुदायों की समस्याओं का समाधान करना है: उपायुक्त

लातेहार। समाहरणालय सभागार में आदि कर्मयोगी अभियान के सफल क्रियान्वयन एवं इसकी भावी रूपरेखा को लेकर उपायुक्त उत्कर्ष गुप्ता ने प्रेस प्रतिनिधियों से वार्ता की. उन्होने कहा कि आदि कर्मयोगी अभियान का प्रमुख उद्देश्य ग्रामीण समुदायों की सभी प्रकार की समस्याओं का समाधान करना है. यह अभियान जिले में पारदर्शिता, जवाबदेही और प्रशासनिक कार्यकुशलता को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण पहल है. उपायुक्त ने बताया कि जनजातीय कार्य मंत्रालय, भारत सरकार के द्वारा आदि कर्मयोगी अभियान योजना के तहत एक परिवर्तनकारी पहल है.

इसका उद्देश्य जिले के 269 जनजातीय ग्रामों में जनजातीय परिवर्तन के माध्यम से शासन को सशक्त बनाना है. जिले के जनजातीय समुदायों के समुचित विकास के लिए इस प्रकार की योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन आवश्यक है. आदि कर्मयोगी अभियान के तहत जिले के विभिन्न विभागों में कार्यरत कर्मियों को प्रशिक्षण एवं कार्यशैली सुधार से जोड़ते हुए जनता को बेहतर सेवा प्रदान करने पर विशेष बल दिया जा रहा है. योजना के तहत ग्राम स्तर पर आदि कर्मयोगी केंद्र की स्थापना की जायेगी ताकि आमजन अपनी समस्याओं के समाधान के लिए सीधे संपर्क स्थापित कर सकें.

इस योजना में ग्राम पंचायत सचिवों, स्वयंसेवकों व स्थानीय समुदाय की भूमिका अहम होगी. इस दौरान प्राप्त समस्याओं व चुनौतियों पर भी चर्चा की गई तथा उनके समाधान हेतु ठोस कदम उठाए जाने की जानकारी दी गई. उप विकास आयुक्त ने बताया कि इस अभियान के तहत जिले के 269 जनजातीय बाहुल्य ग्राम शामिल हैं. अभियान के तहत समन्वित प्रयासों से विभिन्न विभागों के योजनाओं पर ध्यान केन्द्रीत किया जाएगा, जिसमें बुनियादी ढांचे शामिल हैं.

जिले के सभी 10 प्रखंंडों में 50 प्रतिशत से अधिक जनसंख्या वाले अनुसूचित जनजाति बाहुल्य 90 पंचायत के 269 ग्रामों में 28 अगस्त से 30 अगस्त तक जिला स्तरीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा. जबकि एक व दो सितंबर को प्रखंंड स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा. वार्ता में डीआरडीए निदेशक प्रभात रंजन चौधरी, जिला कल्याण पदाधिकारी अनिल कुमार, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी अल्का हेंब्रम, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ चंदन आदि मौजूद थे.




