लातेहार
सरकारी स्कूलों की हालत बहुत ही खराब: प्रो ज्यां द्रेज




उन्होंने कहा कि शिक्षा व्यवस्था बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है. ग्रामीणो ने भी खुल कर अपनी बातें रखी. अमबाटिकर की सलमानी देवी ने कहा कि स्कूल में मिड-डे मील मिलने के स्कूल बंद कर दिया जाता है. जमुना की चिंता देवी ने बताया कि उनके स्कूल में दो शिक्षक हैं, एक हमेशा गायब रहते हैं. दूसरा सिर्फ दफ्तर के काम में लगा रहता है. चतरा की फुलिया देवी ने कहा कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना का कोई असर नहीं दिखता. करमाही की कविता देवी ने कहा मैं नहीं चाहती कि मेरे बच्चे भी मेरी तरह दिहाड़ी मजदूरी करें. चतरा की गीता देवी ने कहा कि हर कोई पूछता है कि स्कूल में क्या खाना मिला, कोई नहीं पूछता कि क्या पढ़ाया गया. उन्होंने कहा कि सभी लोग ट्यूशन या निजी स्कूल का खर्च नहीं उठा सकते. इसलिए जरूरी है कि सरकारी स्कूलों में पढ़ाई ठीक से हो. जन सुनवाई में भ्रष्टाचार और अव्यवस्था के आरोप भी लगे. करमाही की स्कूल प्रबंधन समिति की सदस्य कुंती देवी ने बताया कि स्कूल में बैठकें नहीं होतीं.
जब एकल शिक्षक स्कूलों की समस्या बीईईओ राजश्री पुरी के सामने रखी गई, तो उन्होंने कहा कि गांव का कोई भी इंटर पास व्यक्ति बच्चों को पढ़ा सकता है. इस पर आईआईटी दिल्ली की प्रोफेसर रीतिका खेड़ा ने पूछा कि क्या वे अपने बच्चों को ऐसे व्यक्ति से पढ़ाना चाहेंगी. अर्थशास्त्री और सामाजिक कार्यकर्ता ज्यां ड्रेंज द्रेज ने इंस्टीट्यूट ऑफ ह्यूमन डेवलपमेंट के प्रो. कुमार राणा ने कहा कि एक शिक्षक से पूरा स्कूल चलवाना न सिर्फ चौंकाने वाला है, बल्कि गैरकानूनी भी है. कांग्रेस प्रवक्ता सुनीत शर्मा ने कहा कि ऐसी जन सुनवाइयों का आयोजन नियमित रूप से होना चाहिए.