


ग्रामीणों के द्वारा सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम जंगल में पहुंची. विभागीय कर्मियों ने प्रथम दृष्टया किसी जंगली हाथियों के झुंड से नवजात हाथी दब जाने की बात बतायी है. रेंजर नंदकिशोर महतो भी मौके पर पहुंचे. उनकी टीम नवजात हाथी के बच्चे की मौत के कारणों का पता लगा रही है. मृत हाथी के बच्चे का पोस्टमार्टम किया जाएगा और जांच पूरी होने के बाद शव को दफना दिया जायेगा.
इस घटना ने आसपास के ग्रामीणों में भी कौतूहल है. काफी संख्या में ग्रामीण हाथी के नवजात बच्चे का शव देखने के पहुंच रहे हैं. बता दें कि जंगली हाथियों की झुंड पिछले कई वर्षों से इस क्षेत्र में विचरण कर रही है. हाल ही में ये झुंड लगातार गणेशपुर और आसपास के क्षेत्रों में भ्रमणशील थी. वन विभाग ने स्थानीय लोगों से हाथियों के मार्ग में प्रवेश नहीं करने एवं उनके झुंड को परेशान नहीं करने की अपील की है.
वन विभाग के अधिकारियो ने बताया कि इस घटना से सबक लेकर इलाके में जंगली जानवरों की निगरानी बढ़ाई जाएगी और ग्रामीणों को भी हाथियों के व्यवहार और सुरक्षित दूरी के बारे में जानकारी दी जाएगी. वन अधिकारियों का कहना है कि नवजात हाथियों की सुरक्षा के लिए जंगल में विशेष सावधानी की आवश्यकता है.