


उन्होने मौके पर कहा कि मानसिक स्वास्थ्य आज के समय की एक गंभीर समस्या बन चुकी है. देश भर में मानसिक रोगियों की संख्या लगातार बढ़ रही है. इसके रोकथाम के लिए समाज में जागरूकता फैलाना अत्यंत आवश्यक है. उन्होंने बताया कि अब हर एक स्वास्थ्य केंद्र से लेकर सदर अस्पताल तक मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी काउंसलिंग की व्यवस्था की जा रही है, ताकि जरूरतमंद लोगों को समय पर परामर्श मिल सके.
सिविल सर्जन ने कहा कि तंबाकू का सेवन अनेक गंभीर बीमारियों का कारण बनता है, जिनमें कैंसर, ब्लड प्रेशर, हृदय रोग, शुगर और शारीरिक कमजोरी प्रमुख हैं. कहा कि नौ सितंबर से नौ दिसंबर तक तंबाकू कंट्रोल अभियान 3.0 के तहत व्यापक जन जागरूकता कार्यक्रम चलाया जाएगा. उन्होंने युवाओं से तंबाकू से दूर रहने और दूसरों को भी इसके दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक करने की अपील की है.
कार्यक्रम में डीएलओ डॉ. शोभना टोप्पो, चिकित्सा पदाधिकारी अमूल्य गुलाब लकड़ा, डीपीएम निर्मल दास, जिला परामर्शदाता एंटीसीपी नागेंद्र कुमार, एफएलसी परवेज अख्तर, क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट सोनाली मंजू सिंकू तथा साइकोलॉजिस्ट आस्था गुप्ता उपस्थित रहीं. सभी ने संयुक्त रूप से तंबाकू निषेध और मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जन जागरूकता बढ़ाने का संकल्प लिया. 