


दीया ₹130 प्रति सैकड़ा बिका, जबकि कलश की कीमत ₹30 जोड़ा रही. धूपदानी का भाव भी ₹30 जोड़ा था, जो पिछले साल से ₹10 अधिक रहा. मिट्टी के घोड़े ₹40 प्रति जोड़ा बिके, जिनकी खूब मांग रही. महिलाएं और बच्चे नई खरीदारी को लेकर उत्साहित दिखे. बाजारों में रोशनी, रंगोली और सजावट ने त्योहार की रौनक को और बढ़ा दिया. दुकानदारों का कहना है कि पिछले साल की तुलना में इस बार बिक्री में करीब 20% की बढ़ोतरी हुई है. शाम होते-होते हर ओर दीपों की जगमगाहट और खरीदारी की चहल-पहल से पूरा शहर धनतेरस के उल्लास में डूब गया. 