


मौके पर सोनू राणा, अर्पित पांडे, नीतेश यादव, प्रिंस ठाकुर, विवेक कुमार, अनुज गुप्ता, नवनीत पांडे, श्रीकांत पासवान और हवन गुप्ता सहित कई युवाओं ने सक्रिय भागीदारी की. सबों ने मिलकर दर्जनों गौ माताओं को सड़क किनारे रोककर उनकी गर्दन में रिफ्लेक्टिव बेल्ट लगाई, ताकि वाहन चालक उन्हें दूर से ही देख सकें. उन्होने कहा कि इस सेवा कार्य को “सेवा ही संस्कार है” भावना से जोड़ना है. मुकेश यादव ने बताया कि यह मुहिम आगे भी जारी रहेगी, ताकि पशु सुरक्षा के साथ समाज में जागरूकता बढ़े. दिवाली की रात इस अनूठी पहल ने मानवीय संवेदना और सामाजिक जिम्मेदारी का सुंदर उदाहरण प्रस्तुत किया.