


नृपेंदनाथ ने 1988 में आईआईटी आईएसएम धनबाद से स्नातक की उपाधि प्राप्त करने के बाद सीसीएल के एनके एरिया से अपना करियर शुरू किया था. लगभग दो दशकों तक केडीएच परियोजना में उन्होंने महत्वपूर्ण योगदान दिया. नृपेंद्रनाथ ने ईसीएल की विभिन्न खदानों में परियोजना अधिकारी सहित महत्वपूर्ण पदों पर कार्य को बखूबी अंजाम देने के बाद सीसीएल के मगध परियोजना में बतौर परियोजना पदाधिकारी अपनी सेवा दी. बाद में वे मगध संघमित्रा क्षेत्र के क्षेत्रीय महाप्रबंधक के रूप में क्षेत्र को प्रतिष्ठित 20 मिलियन टन उत्पादन क्लब में शामिल कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
ऑस्ट्रेलिया में प्रशिक्षित सिमटार्स-मान्यता प्राप्त प्रशिक्षक नृपेंद्रनाथ कोल इंडिया की सहायक कंपनियों में खदान सुरक्षा प्रशिक्षण में गहन रूप से शामिल रहे हैं. खान सुरक्षा प्रबंधन योजनाओं के निर्माण और कार्यान्वयन में उनके प्रयासों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. उनके पास महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय अनुभव भी है. वे 2024 में कई यूरोपीय देशों में एजीटीएमपीए प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा रहे हैं. कोयला उद्योग के विभिन्न क्षेत्रों में उनके विशाल अनुभव से सीएमपीडीआई और सीआईएल को भारत में खनन सुरक्षा और संचालन को आगे बढ़ाने के लिए वैश्विक प्रथाओं का लाभ उठाने में मदद मिलेगी.