


इसी दौरान लातेहार से महुआडांड़ जा रही यात्री बस के चालक ने जब सड़क पर हाथी को आता देखा तो उसने गाड़ी रोक दी. उसने बस के सभी यात्रियों को गाड़ी से निकल कर सुरक्षित जगह पर जाने की सलाह दी. थोड़ी देर में हाथी यात्री बस के पास पहुंचा और बस की खिड़की और गेट तोड़कर बस में यात्रियों के द्वारा रखे गए खाने पीने के समान को चट कर गया. कई यात्रियों ने बताया कि बस में उनका छठ का प्रसाद भी रखा था. उसे भी हाथी खा गया. तकरीबन तीन घंटे के बाद वन विभाग की टीम उसे वहां से खदेड़ने में सफल रही.
खबर है कि हाथी ने बारेसांड थाना मुख्यालय के कई ग्रामीणों के घर को भी क्षतिग्रस्त कर दिया है. बताया जाता है कि वह हाथी अपने झुंड से बिछड़ गया है और शहरी इलाका मे घुस गया है. हाथी जहां भी जाता है लोगो का हुजम उसके पीछे चलता है, इस कारण वन विभाग के कर्मियों को रेस्क्यू करने में परेशानी हो रही है. रेंजर नंदकुमार महतो ने बताया कि जंगली हाथी के आने की सूचना के बाद ग्रामीणों की इतनी भीड़ जमा हो जाती है कि वन विभाग को राहत कार्य चलाने में भी परेशानी होती है.
स्थानीय लोग अनावश्यक भीड़ लगा रहे हैं, जिससे हाथी भी परेशान हो जा रहा है. हाथी को खाली रास्ता नहीं मिलने के कारण उसे जंगल की ओर भागने में भी वन विभाग को परेशानी हो रही है. बता दें कि दो दिन पहले जंगली हाथी महुआडांड़ अनुमंडल मुख्यालय में पहुंच गया था. तकरीबन पांच घंटे तक वह महुआडांड़ के शहरी क्षेत्र में रहा.