

बालूमाथ (लातेहार)। शुक्रवार को मुस्लिम समाज के उलेमा व दानिश्वरों का एक प्रतिनिधिमंडल झामुमो नेता जुनैद अनवर के नेतृत्व में नेमरा स्थित मुख्यमंत्री के पैतृक आवास में हेमंत सोरेन से मुलाकात की. इस दौरान उन्होने दिशोम गुरु शिबू सोरेन के वेशाल पर गहरा रंजो ग़म का इजहार किया. प्रतिनिधि मंडल में शामिल उलेमा, समाजी रहनुमा और बुद्धिजीवियों ने दिशोम गुरु की ज़िंदगी और उनके कारकरदगी को याद करते हुए कहा कि शिबू सोरेन ने न केवल आदिवासी समाज की हिफाज़त और तरक्की के लिए जिंदगी भर जद्दोजहद की, बल्कि हर मज़लूम और कमज़ोर तबके की आवाज़ को बुलंद करने में अहम किरदार अदा किया.

प्रतिनिधिमंडल ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुश्किल घड़ी में उनके साथ पूरी हमदर्दी और एकजेहती का भी इज़हार किया. उलेमाओं ने दिशोम गुरु शिबू सोरेन के झारखंड की तामीर में जो बुनियादी किरदार अदा किया, उसे कभी भुलाया नहीं जा सकने वाला बताया. आदिवासी, दलित, गरीब, अल्पसंख्यक गुरुजी ने सबके हक़ के लिए आवाज़ उठाने वाला बताया. प्रतिनिधिमंडल ने झारखंड के मुस्लिम समाज की तरफ से उनके सोरेन परिवार के साथ पूरी हमदर्दी का इज़हार किया. इस मौके पर उलेमाओं ने खास तौर पर दुआएं मांगीं इस ग़मज़दा माहौल में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनके पूरे खानदान को सब्रे जमींल अता फरमाए. नेक कारनामों को कबूल कर.

उलेमाओं ने गुरुजी के उसूलों और उनकी जिंदगी के जज़्बे को ज़िंदा रखने का अहद लिया और कहा कि उनकी विरासत को आगे बढ़ाने के लिए समाज के हर तबके को मिलकर काम करना होगा. मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन से झामुमो नेता जुनैद अनवर के नेतृत्व में मिले प्रतिनिधिमंडल में मुख्य रूप से मौलाना जियाउल्लाह , कारी मो अली, मौलाना जुबैर, मौलाना अब्दुल वाजिद चतुर्वेदी , मौलाना रिजवान दानिश , हाफिज आरिफ हुसैन , हाफिज डा दानिश अयाज़, डा० तारिक हुसैन (महासचिव अंजुमन इस्लामिया) मौजूद रहे.




