
बरवाडीह (लातेहार)। स्वास्थ्य विभाग, बरवाडीह के अस्पताल प्रबंधन समिति के द्वारा बैठक बरवाडीह स्वास्थ्य केंद्र में एक कैंटीन खोलने का निर्णय लिया गया था. इसका कारण था कि बरवाडीह का स्वास्थ्य केंद्र शहर से तीन किलोमीटर दूर हो गया है. इस कारण हॉस्पिटल में भर्ती मरीज एवं परिजनों को खाने- पीने में काफी मशक्कत करना पड़ता है. इस समस्या के समाधान के लिए बुधवार को बरवाडीह स्वास्थ्य केंद्र में कैंटीन तो खोला गया, लेकिन इसकी सूचना किसी को नहीं दी गयी. यहां तक कि कैंटीन खोलने का प्रस्ताव लाने वाली अस्पताल प्रबंधन समिति को भी कोई सूचना नहीं दी गयी. बरवाडीह चिकित्सा प्रभारी खुद ही अपने कुछ स्टाफ के साथ हॉस्पिटल में कैंटीन का उद्घाटन कर दिया.

क्या कहते हैं सिविल सर्जन
इस संबंध में पूछे जाने पर सिविल सर्जन डॉ राजमोहन खलखो ने शुभम संवाद को बताया कि सभी स्वास्थ्य केंद्रों में कैंटीन की व्यवस्था की जा रही है ताकि मरीज समेत अस्पताल में आने वालो लोगों को खाने पीने में किसी भी तरह का परेशानी न हो. उन्होंने यह भी कहा कि अभी वे लातेहार जिले मे नये हैं. बरवाडीह प्रभारी से बात करते है. उन्होंने बरवाडीह प्रभारी से बात कर बताया कि बरवाडीह स्वास्थ्य केंद्र में कैंटीन का उद्घाटन जरूर हुआ है. यह लगभग छह माह पहले प्रबंधन समिति के अध्यक्ष सह प्रखंड प्रमुख सुशीला देवी एवं अन्य सदस्यों के द्वारा बरवाडीह स्वास्थ्य केंद्र में कैंटीन खोलने का निर्णय लिया गया था. उन्होंने कहा कि उद्घाटन को ले कर प्रबंधन समिति को सूचना नहीं दी गयी है तो यह गलत है.

क्या कहती हैं बीडीओ
प्रखंड विकास पदाधिकारी रेशमा रेखा मिंज ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के प्रबंधन समिति की बैठक में वह भी शामिल थी और कैंटीन खोलने को लेकर चर्चा हुई थी. जिसमें सभी का सहमति बनी थी. उन्होंने कहा कि कैंटीन के उद्घाटन को लेकर उन्हें भी कोई जानकारी नहीं है. उन्हें किसी के द्वारा कोई सूचना नहीं दी गई है.
अध्यक्ष ने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी पर मनमानी का लगाया आरोप
प्रखंड प्रमुख सह प्रबंधन समिति के अध्यक्ष सुशीला देवी ने भी कहा कि उदघाटन की उन्हें कोई जानकारी नहीं है. उन्होने प्रभारी अपनी मनमानी कर रहे हैं. स्वास्थ्य केंद्र में कैंटीन खोलने को लेकर प्रबंधन समिति ने निर्णय लिया था. लेकिन बुधवार को कैंटीन का उद्घाटन हो गया और प्रभारी द्वारा किसी को इसकी कोई सूचना नहीं दी गयी. उन्होने कहा कि यह साफ दर्शाता है कि प्रभारी को किसी से कोई मतलब नहीं है. उन्होंने कहा कि ऐसे प्रभारी पर कार्रवाई की अनुशंसा करेंगी. उप प्रमुख बीरेंद्र जायसवाल एवं प्रबंधन समिति के सदस्य पंसस प्रवीण कुमार ने भी इसका विरोध किया है.

जिला परिषद की बैठक में उठेगा मामला: संतोषी
जिप सदस्य संतोषी शेखर ने कहा कि अस्पताल में कैंटीन उदघाटन को लेकर मुझे कोई सूचना नहीं मिली है. उन्होंने यह भी कहा कि प्रबंधन समिति का गठन अस्पताल संचालन की पारदर्शिता और सामुदायिक भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए किया गया है. उन्होंने कहा कि प्रभारी अगर अपने मन से काम कर रहे हैं तो यह यहां नहीं चलेगा. इस मामला को अगले जिला परिषद की बैठक में उठाया जाएगा.



