लातेहार
बाल संरक्षण के लिए सहयोगात्मक भाव जरूरी : उपायुक्त

लातेहार। उपायुक्त उत्कर्ष गुप्ता की अध्यक्षता में जिला समाज कल्याण कार्यालय, बाल कल्याण समिति एवं बाल संरक्षण इकाई के कार्यों की समीक्षा बैठक समाहरणालय सभागार में आयोजित की गई. बैठक में सर्वप्रथम बाल अधिकारों की सुरक्षा, बच्चों के पुनर्वास, बाल श्रम उन्मूलन, अनाथ एवं बेसहारा बच्चों के लिए चलाई जा रही योजनाओं की प्रगति की विस्तृत समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने निर्देश दिया कि जिले में सभी बच्चों को संरक्षित, सुरक्षित एवं सहयोगात्मक वातावरण मिले, इसके लिए सभी संबंधित आपसी समन्वय के साथ कार्य करें.
उन्होंने बाल विवाह, बाल श्रम तथा शोषण के विरुद्ध संवेदनशीलता के साथ कार्य करने का निर्देश दिया. मिशन वात्सल्य योजना से संचालित स्पॉन्सरशिप, फोस्टर केयर (पालन-पोषण देखभाल योजना) के तहत बालिकाओं व बालकों को दी जा रही सुविधाओं एवं बाल कल्याण समिति में किए गए कार्यों की जानकारी देते हुए जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी ने बताया कि स्पॉन्सरशिप योजना से 309 बच्चों को आच्छादित किया गया है. योजना से 40 नये बच्चों को जोड़ने के लिए प्रक्रिया प्रगति पर है. फोस्टर केयर योजना के तहत दो बालक रोज बाल गृह में आवासित है. बाल कल्याण समिति, लातेहार द्वारा उक्त दोनों बालकों को फोस्टर केयर हेतु अनुशंसा किया जाना है. वर्तमान में किशोर न्याय बोर्ड, लातेहार के आदेश से सीआईसीएल (Child in conflict with the Law) बच्चे 19 है. जो वर्तमान में संप्रेक्षण गृह पलामू में अंतःवासित है. जबकि दो बालिका महिला संप्रेक्षण गृह, नामकूम रांची में अंतःवासित है.




