


उन्होंने बताया कि क्रूस आशा, शांति एवं जीवन का प्रतीक है. पवित्र क्रॉस की धर्मबहनें अपने जीवन का आधार क्रूस को मानती हैं. बिशप थियोडोर मस्कारेनहास ने पवित्र मिस्सा पूजा को आगे बढ़ाते हुए क्रूस के महत्व पर प्रकाश डाला. उन्होंने विश्वासियों को क्रूस के आध्यात्मिक संदेश से प्रेरित किया तथा पवित्र क्रॉस धर्मबहनों को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए शुभकामनाएँ दीं. मिस्सा पूजा के उपरांत रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए.
संत जेवियर्स उच्च विद्यालय, मध्य विद्यालय के छात्र-छात्राओं तथा गांव के अभिभावकों ने अपनी प्रस्तुतियों से सबका मन मोह लिया. कार्यक्रम में ज्योति निवास छात्रावास एवं डाल्टनगंज धर्मप्रांत के ब्रदर्स के बीच फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन हुआ. इसमें ज्योति निवास टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए तीन गोल से विजयी रही. इधर, महुआडांड़ पारिष में भी सिस्टर स्वाति, सुनीता ,प्रभा ,निर्मला के द्वारा महुआडांड़ के बड़े चर्च मे मिस्सा पूजा के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये गये.