


जिला अध्यक्ष कन्हाई प्रसाद अग्रवाल व अन्य ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि एक तरफ राज्य के मुख्यमंत्री दुर्गा पूजा को ले कर 25 सितबर को अग्रीम भुगतान का निर्देश देते हैं तो दूसरी ओर जिला शिक्षा अधीक्षक 27 सितंबर को पत्र निकाल कर पोषण वाटिका रिर्पोट हेतु विद्यालय के प्रधानाध्यापक के द्वारा लिंक नहीं भरने के कारण प्रखंड साधन सेवी (बीआरपी) व संकुल साधन सेवी (सीआरपी) का मानदेय बंद करने का आदेश दिया है.
विज्ञप्ति में कहा गया है कि बीआरपी-सीआरपी अपने दायित्वों का निवर्हन पूरी इमानदारी से करते हैं. जिला को अग्रणी पायदान में रखने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ते हैं, बावजूद इसके दुर्गा पूजा में मानदेय बंद होना दुर्भाग्यपूर्ण है. कुछ संकुल साधन सेवी का मानदेय पिछले कई महीनों से बंद है. विज्ञप्ति में कहा गया कि डीएसई के द्वारा कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया गया, अचानक मानदेय बंद कर दिया गया. यह कभी से उचित नहीं है.
बीआरपी व सीआरपी के कार्य के कारण ही मुख्यमंत्री स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार, इको क्बल नोटिफिकेशन, स्वच्छ व हरित विद्यालय रैंकिंग में राज्य में प्रथम एवं एक पेड़ मां के नाम फेज टू में राज्य में दूसरे स्थान पर है. विज्ञप्ति में कहा गया है कि बीआरपी-सीआरपी का मानदेय बंद करना शिक्षा विभाग की दमनकारी नीति है. दुर्गा पूजा में मानदेय नहीं मिलने पर महासंघ ने आंदोलन की चेतावनी दी है.