


इसके कारण अब तक उनके लगभग पांच खेत पूरी तरह से बर्बाद हो चुके हैं, वहीं इसका असर पास की खड़ी फसलों पर भी देखा जा रहा है। श्री भारती ने बताया कि उनके पास करीब चार एकड़ जमीन है, जिस पर वे वर्षों से विभिन्न प्रकार की फसलों की खेती करते आ रहे हैं। इस वर्ष उन्होंने धान की खेती की थी, जो अब तैयार अवस्था में थी। लेकिन लगातार हो रही इस तरह की हरकतों से उनकी मेहनत पर पानी फिर गया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि यह कृत्य एक विशेष समुदाय के कुछ अज्ञात लोगों द्वारा किया जा रहा है, जो पूरी तरह से निंदनीय है। उन्होंने कहा कि खेती-बाड़ी ही उनके परिवार के जीविकोपार्जन का एकमात्र सहारा है। यदि जल्द ही दोषियों पर कड़ी कार्रवाई नहीं की गई, तो उनका पूरा धान का फसल नष्ट हो जाएगा और परिवार भुखमरी की कगार पर पहुंच जाएगा। उन्होंने जिला कृषि पदाधिकारी से भी आग्रह किया है कि हुए नुकसान का आकलन कर उन्हें शीघ्र उचित मुआवजा उपलब्ध कराया जाए।