लातेहार
अगले वर्ष फिर आने का निमंत्रण दे कर नम आंखों से माता को दी गई विदाई


शुक्रवार को देर रात तक विभिन्न पूजा समितियों की प्रतिमाओं का विसर्जन जारी रहा. बारिश और जलजमाव ने जरूर असुविधा बढ़ाई, मगर श्रद्धालुओं के उत्साह में कोई कमी नहीं आई. विसर्जन से पहले महिलाओं ने पारंपरिक खोइछा चढ़ाया और सिंदूर खेला.
पहले मां दुर्गा को सिंदूर अर्पित किया गया, फिर महिलाओं ने एक-दूसरे को सिंदूर लगाकर शुभकामनाएं दीं. मां को विदाई देते वक्त श्रद्धालु नम आंखों से अगले वर्ष फिर आना मां के जयकारे लगा रहे थे. बारिश के कारण कई जगह शोभायात्रा की गति धीमी हो गई. बावजूद इसके श्रद्धालु गीले कपड़ों और भीगते ढोल-नगाड़ों के बीच भी झूमते रहे.
विसर्जन के दौरान जिला प्रशासन ने व्यापक सुरक्षा इंतजाम किए थे. मेन रोड स्थित तालाब के चारों ओर पुलिस बल की तैनाती की गई थी. गोताखोरों की टीम भी मौजूद रही. देर रात तक पुलिस की मौजूदगी में प्रतिमाओं का विसर्जन शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हुआ.