


शुक्रवार की सुबह उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लाया गया. यहां चिकित्सक के द्वारा प्राथमिक उपचार कर बेहतर इलाज एवं सिटी स्कैन के लिए गुमला सदर अस्पताल रेफर किया गया. घायल युवक के पिता परदेशीया कोरवा ने बताया उनका बेटा विजय कोरवा घर से थोड़ी दूरी पर मवेशी चराने गया था.
लौटने के दौरान झाड़ी में छुपा हुआ भालू अचानक से हामला कर दिया. उसके चिल्लाने पर आवाज सुनकर आसपास के मौजूद ग्रामीण दौड़कर वहा पहुंचे. लोगों को देख कर भालू वहां भाग गया. उन्होने बताया कि सड़क बेहतर नहीं होने और रात हो जाने के कारण घायल को अस्पताल नहीं ले जा सके. इस घटना की जानकारी वन विभाग को दी गई.
वनपाल कुंवर गंझू के निर्देश पर वनरक्षी राजेश उरांव ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में जाकर पिता परदेशिया कोरवा को तत्काल मदद के रूप में पांच हजार रुपया दिया. भालू के हमले में बच्चे की गर्दन और कंधे पर गंभीर जख्म हैं. 