


उन्होने हाल ही में जालिम स्वास्थ्य उपकेंद्र में प्रसव के दौरान एक महिला की मौत का भी जिक्र करते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग में व्याप्त लापरवाही और गैर-जिम्मेदाराना रवैये को अब और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि अजय भारती केवल मलेरिया सुपरवाइजर था, इसके बावजूद उसे बीपीएम (ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर) जैसे जिम्मेदार पद पर कैसे नियुक्त किया गया. जबकि वह नॉन-टेक्निकल स्टाफ है. उन्होंने बताया कि यह मामला पूर्व में मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी (सीएस) के समक्ष भी उठाया जा चुका है.
उन्होने एसीबी की इस कार्रवाई का स्वागत किया और कहा कि यह एक सख्त संदेश है उन सभी भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए जो यह सोचते हैं कि घूस लेकर बच सकते हैं. कानून से कोई नहीं बच सकता है. भ्रष्टाचार के खिलाफ इस तरह की लगातार कार्रवाई जरूरी है.