लातेहार
सिंगबोंगा मैराथन झारखंड की सांस्कृतिक चेतना और अनुशासन का प्रतीक है: पद्मश्री अशोक भगत


यह हमें संघर्ष, सामूहिकता और आत्मनिर्भरता की राह पर चलने की प्रेरणा देती है. उन्होंने युवाओं से कहा कि वे जीवन में लक्ष्य तय कर दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़ें. इस कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला परिषद अध्यक्ष पूनम देवी ने की. उन्होने कहा कि यह मैराथन युवाओं के शारीरिक एवं मानसिक विकास के साथ-साथ समाज के निर्माण में उनकी भागीदारी को सशक्त करेगी. आने वाले समय में यही युवा देश के निर्माण में सकारात्मक भूमिका निभाएंगे. नेतरहाट विद्यालय के प्राचार्य डॉ. संतोष पाठक ने युवाओं की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन छात्रों में आत्मविश्वास, धैर्य और टीम भावना का विकास करते हैं। उन्होंने कहा कि “खेल हमें अनुशासित और समर्पित बनाता है, जो जीवन की हर दिशा में सफलता की कुंजी है. कार्यक्रम का संचालन धनंजय कश्यम ने किया. बालिका वर्ग (28 किमी) में प्रथम स्थान नीमा कुमारी (कुगाव, गुमला) ने प्राप्त किया. द्वितीय स्थान ऊषा कुमारी (चिपरी, बिशुनपुर) और तृतीय स्थान रूपा कुमारी (मंजीरा, बिशुनपुर) ने हासिल किया. अन्य प्रतिभागियों में ममता कुमारी, देवंती कुमारी, कौशल्या उरांव, फूल कुमारी, रोशनी कुमारी, फूल कुमारी (चिपरी) एवं सबनम कुमारी के साथ 378 बालिकाएं सम्मिलित रहीं.
बालक वर्ग (28 किमी) में प्रथम स्थान अनुराय उरांव (ओरया, बिशुनपुर) को मिला. द्वितीय स्थान अमर उरांव (कुलकूपी, पुसो) और तृतीय स्थान रामबिलास पासवान (सेन्हा, लोहरदगा) को प्राप्त हुआ. नेतरहाट से चिंगरी तक 30 किलोमीटर की “सिंगबोंगा मैराथन दौड़” पर्वतीय घाटियों में जयघोष, तिरंगे और उल्लास के बीच सम्पन्न होकर एक ऐतिहासिक आयोजन बन गया. जिसने खेल, समाज और संस्कृति तीनों क्षेत्रों में नई मिसाल कायम की. इस युवा संगम में पूरे लातेहार जिले से 100 फुटबॉल टीम के 1500 प्रतिभागियों ने भाग लिया.