


कार्यक्रम में विद्यालय के प्रभारी प्रधानाचार्य ओंकारनाथ सहाय ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय ने अपने लेखन के माध्यम से भारतवासियों में मातृभूमि के प्रति प्रेम और समर्पण की भावना को जगाया. वंदे मातरम् केवल एक गीत नहीं, बल्कि स्वतंत्रता संग्राम की आत्मा है, जिसने अनगिनत वीरों को प्रेरणा दी. उन्होंने विद्यार्थियों से राष्ट्रप्रेम, अनुशासन और संस्कृति के प्रति निष्ठावान रहने का आह्वान किया. कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगीत के सामूहिक गायन और भारत माता की जयकार से हुआ.

