लातेहार
लातेहार को स्वच्छ व सुंदर बनाने में सामुहिक भागीदारी आवश्यक: रामचंद्र सिंह
सॉलिड एवं लिक्विड रिसोर्स मैनेजमेंट विषय पर कार्यशाला का आयोजन
लातेहार। बुधवार को समाहरणालय के सभागार में स्वच्छ भारत मिशन के तहत सॉलिड एवं लिक्विड रिसोर्स मैनेजमेंट (एसएलआरएम) विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला का शुभारंभ मनिका विधायक रामचंद्र सिंह, उपायुक्त उत्कर्ष गुप्ता, भारतीय हरित सेवा के परियोजना निदेशक, सलाहकार सी. श्रीनिवासन, डिप्टी डायरेक्टर पीटीआर ब्रजेश कांत जेना, उप विकास आयुक्त सुरजीत कुमार सिंह, अपर समाहर्ता रामा रविदास, सिविल सर्जन डॉ अवधेश कुमार सिंह, अनुमंडल पदाधिकारी लातेहार अजय कुमार रजक समेंत जिला परिषद सदस्य व अन्य लोगों के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया.
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इस दौरान विधायक ने भारतीय हरित सेवा के परियोजना निदेशक, सलाहकार सी. श्रीनिवासन को स्मृति चिन्ह व शॉल भेंट कर सम्मानित किया. संबोधित करते हुए विधायक रामचंद्र सिंह ने कहा कि वर्तमान समय में पर्यावरण के दृष्टिगत हमें ठोस व तरल अपशिष्ट प्रबंधन की तकनीकी विधि को अपनाने की जरूरत है. जिले को स्वच्छ व हरा-भरा बनाए रखने के लिए पर्यावरण अनुकूल विधियों व प्रक्रियाओं पर बल देने की आवश्यकता है. इसमें सामुिहक भागीदारी आवश्यक है. सी श्रीनिवासन ने अवांछित ठोस और तरल पदार्थों के उपचार और पुनर्चक्रण के विभिन्न पहलुओं पर व्यापक प्रकाश डाला.
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उन्होंने बताया कि उद्यान अपशिष्ट (जैसे सूखे पत्ते), मछली बाजार अपशिष्ट, सब्जी अपशिष्ट, द्वितीयक पृथक्करण शेड, एक मवेशी शेड और दो या तीन बायो-गैस संयंत्र प्राथमिक पृथक्करण स्रोत पर किया जाता है, जबकि द्वितीयक पृथक्करण एसएलआरएम केंद्रों पर किया जाता है. तृतीयक पृथक्करण एक सामान्य केंद्र पर किया जाता है.
उपायुक्त उत्कर्ष गुप्ता ने कहा कि प्रसिद्ध पर्यावरणविद भारतीय हरित सेवा के परियोजना निदेशक, सलाहकार सी. श्रीनिवासन के द्वारा पर्यावरण संरक्षण और सेवा संगठन में ठोस और तरल संसाधन प्रबंधन का स्थायी मॉडल विकसित किया गया है. कचरा प्रबंधन की अवधारणा के प्रति उनका दृष्टिकोण, वर्गीकरण और पुनरूउपयोग के मामले में क्रांतिकारी है. उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि जिले में ठोस एवं तरल संसाधन प्रबंधन (एसएलआरएम) के तहत कम्पोस्टिंग यार्ड स्थापित की गई हैं.
कम्पोस्टिंग यार्ड में एकत्र किए गए गीले कचरे से खाद बनाया जाएगा और सूखे कचरे को अलग करके पुनर्चक्रित किया जायेगा. कार्यशाला के बाद राजकीय बुनियादी विद्यालय, लातेहार में सॉलिड एवं लिक्विड रिसोर्स मैनेजमेंट (एसएलआरएम) प्रोजेक्ट अन्तर्गत कम्पोस्टिंग यार्ड का शुभारंभ मनिका विधायक रामचंद्र सिंह के द्वारा किया गया. इस दौरान उपायुक्त ने जानकारी देते हुए बताया कि मिशन मोड में लातेहार जिले में इस ग्रीन एंड क्लीन लातेहार मिशन की शुरुआत की गई है. पहले अपने चुने हुए ब्लॉक में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में इसे लागू किय जायेगा. उन्होंने बताया कि 36 स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) महिलाओं को एसएलआरएम मास्टर ट्रेनर्स ट्रेनिंग प्रोग्राम (एमटीटीपी) में शामिल किया गया है.



