लातेहार
अज्ञात उग्रवादियों ने मुंशी की गोली मारकर हत्या की, जेसीबी और ग्रेडर को आग लगाया
Unknown militants shot dead Munshi, set JCB and grader on fire


अनुमान लगाया जा रहा है कि सड़क निर्माण कार्य में लेवी के लिए इस प्रकार की घटना को अंजाम दिया गया है. हालांकि पुलिस को घटनास्थल पर कोई परचा नही मिला और न अब-तक कोई संगठन ने इस घटना कि जिम्मेदारी लिया है. बता दें कि हामी मोड़ से ओरसा होते, छतीसगढ़ सीमा तक सड़क निर्माण कार्य किया जा रहा है. इसके अलावा ओरसा पंचायत के विभिन्न गांव में भी तीन-चार सड़क निर्माण कार्य चल रहा है. हामी मोड़ से ओरसा होते, छतीसगढ़ सीमा तक सड़क निर्माण कार्य में ओरसा निवासी अयुब अहमद पिता स्व मोहिबउदीन मिंया (60) मुंशी के रूप में पिछले दो साल से कार्यरत थे.
बुधवार रात करीब आठ बजे हथियारबंद उग्रवादियों ने मुंशी अयुब अहमद के घर पर धावा बोला. घर से निकाल सौ मीटर दूर लेजाकर उसे चार गोली मार हत्या कर दिया. मुंशी अयुब अहमद के घर सामने दूसरे कन्ट्रेकशन का एक जेसीबी और एक ग्रेडर मशीन खड़ा था. वही गाड़ी का तेल निकालकर गाड़ी मे आग लगाया. जेसीबी और ग्रेडर मशीन ठेकेदार मनोज जयसवाल का है, जबकि मृतक मुंशी ठेकेदार मनोज सिंह का मजदूर था.
गुरूवार सुबह महुआडांड़ डीएसपी शिवपूजन बहेलिया और थाना प्रभारी मनोज कुमार पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. छत्तीसगढ के सामरी थाना प्रभारी विजय प्रताप सिंह भी दल बल के साथ पहुंचे. कागज़ी कार्यवाई प्रकिया पूरा करके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजना चाहा तो मृतक के घर वाले और ग्रामीण ठेकेदार को बुलाने की मांग पर अड़े फिर काफी समझाने के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए लातेहार भेजा गया.
मृतक अयुब अहमद की पत्नी सलेहा बीबी ने बताया कि मै गिड़गिती रही लेकिन उनलोगो ने रहम नही किया. मेरे पति का क्या कसूर था. वह केवल मजदूर थे. मै और मेरे पति घर पर थे. अचानक तीन लोग घर में घूस गए. तीनो काली वर्दी पहने थे. मुझे कब्जे में लेकर पति को पकड़कर बाहर ले गए और मुझे अंदर कर दरवाजा बंद कर दिया. जीसीबी मशीन के ड्राइवर को बगल के घर से निकाला उसका हाथ बांध दिया. कुछ और गांव के लोगो को पकड़कर रखे थे.फिर गाड़ी से तेल निकालकर आग लगाया. मेरे पति को रेंज ऑफिस के जर्जर भवन की ओर ले गए और गोली मार दी. अन्य लोगो को छोड़ दिया.
ओरसा के उप मुखिया वकील अहमद ने कहा कि महुआडांड से ओरसा घर आ रहा था. तभी उग्रवादियों ने रोका. एक दर्जन की संख्या में होगें, उनलोगो ने मोबाइल बंद कराया, मारपीट किया. पंचायत में कौन कौन ठेकेदार कार्य कर रहा है, इसकी पूछताछ करने लगे. हमलोग के सामने गाड़ी में आग लगाया. फिर मुझे और जेसीबी के ड्राइवर को घर जाने के लिए कहा, अयुब अहमद को साथ ले गए फिर हमलोगो ने गोली चलने की आवाज सुनी. उनके के जाने के बाद देखा तो अयुब अहमद की मृत्यु हो चुकी थी. डीएसपी शिवपूजन बहेलिया ने कहा पुलिस को घटना की जानकारी सुबह मिली. मामले की सभी बिंदू पर जांच की जा रही है, शव के पार चार इंसास के खोखे मिले है. केस का अनुसंधान शुरू कर दिया गया है.ऐसा प्रतीत होता है कि लेवी को लेकर घटना को अंजाम दिया गया होगा.