लातेहार
अपने दो दोस्तों के साथ मिल कर विजय पथ की रौशन ने हत्या की थी, बहन से बात करने पर रोकता था


मंगलवार को बालूमाथ थाना परिसर में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी विनोद रवानी ने प्रेस वार्ता कर मामले की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि विजय पथ के पिता बसंत आनंद ने अपने बेटे के गुमशुदगी की रिर्पोट दर्ज करायी थी. इसके बाद पुलिस अधीक्षक कुमार गौरव के निर्देश पर अनुसंधान प्रारंभ किया गया. इसी दौरान विजय पथ की मोटरसाइकिल लावारिस हालत में कुंंडी स्थित सीसीएल के पीओ कार्यालय के समीप से बरामद किया गया. दूसरे दिन सोमवार को मगध कोलियरी में विजय पथ का क्षत विक्षत शव पाया गया.
परिजनो के द्वारा बालूमाथ में उसकी हत्या कर देने का आवेदन प्राप्त हुआ. इसके बाद बालूमाथ थाना कांड संख्या 54/25 दिनांक-10.06.25 धारा-103(1)/238(b)/61(2) BNS दर्ज किया गया. कांड में अनुसंधान के क्रम में डॉग स्क्वायड, टेक्निकल एनालायसिस व गुप्तचरों के सहयोग से विजय पथ की हत्या में शामिल रोशन कुमार, (19) वर्ष पिता राजेंद्र साव, ग्राम-चमातु, थाना बालूमाथ को गिरफ्तार किया गया. सख्ती से पूछताछ करने पर रौशन कुमार ने विजय पथ कि हत्या करने की बात स्वीकार कर ली. उसने पुलिस को बताया कि वह विजय पथ की बहन से बातचीत करना चाहता था, लेकिन विजय पथ इसमें रोड़ा बनता था.
रौशन की किसी अन्य गर्लफ्रेंड का मोबाइल नंबर भी किसी दूसरे लड़के को दे दिया था. इन सब बातो को लेकर रौशन कुमार एवं उसका एक दोस्त जयबीर भुइया ने विजय पथ को समझोता करने के लिए शुक्रवार की करीब 11 बजे ग्राम हहुरबा जाने के बाइपास रास्ते में बुलाया था. वहां पहुंचने पर मौका पा कर रौशन कुमार ने विजय पथ को एक गड्ढे (नाला) में धकेल दिया. जिसके बाद जयबीर भुइयां विजय पथ को पकड़ कर रखा और रोशन के द्वारा अपने साथ लाये चाकू से उसके के गर्दन एवं पेट पर कई बार वार किया. जिससे वह लहूलुहान होकर विजय गड्ढे में गिर गया और उसकी मौत हो गयी. मृतक के शव को छिपाने के लिए रौशन अपने दोस्त कृष्णा कुमार (24) पिता-स्व हुलास साव चमातु, थाना बालूमाथ को अपनी मारुती कार को लेकर घटनास्थल पर उसी दिन रात्रि करीब 10 बजे पहुंचा. रौशन और जयबीर भुइयां के द्वारा मृतक के शव को गड्ढे से निकालकर कृष्णा कुमार के कार में शव को लोड कर दिया और मगध कोलियरी में फेक दिया.
कांड में शामिल जयबीर भुइया एवं कृष्णा कुमार को भी गिरफ्तार किया गया. शामिल सभी अभियुक्तो ने अपना अपना अपराध स्वीकार कर लिया है. पुलिस ने घटना में प्रयुक्त चाकू, घटनास्थल से मृतक के खून से सने मिटटी पत्ते एवं मृतक का चप्पल को बरामद किया गया. उनकी निशानेदही पर मृतक का मोबाइल फोन भी बरामद किया गया. छापामारी दल में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बिनोद रवानी, पुनि परमान्द विरुवा, थाना प्रभारी अमरेन्द्र कुमार, पुअनि अनुभव सिन्हा, प्रभारी, अमरवाडीह पिकेट, विकास कुमार, बालूमाथ थाना, होसेन डाग, सतदेव कुमार आदि शामिल थे.