लातेहार
शिक्षक को पूरी निष्ठा व ईमानदारी से छात्रों के प्रति गंभीर होना चाहिए: शिक्षा मंत्री

लातेहार। मशहूर नेतरहाट आवासीय विद्यालय में आधुनिक शिक्षा एवं शिक्षक तथा वर्तमान चुनौतियां विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. इसका उदघाटन बतौर मुख्य अतिथि राज्य के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन व मनिका विधायक रामचंद्र सिंह ने किया. मौके पर उन्होने कहा कि नेतरहाट आवासीय विद्यालय की स्थापना का मूल उद्देश्य ही सर्वांगीण विकास एवं स्किल डेवलपमेंट है. शिक्षा मंत्री ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार शिक्षा के विकास के लिए चिंतनशील एवं प्रत्यनशील है एवं उसके सुधार हेतु कई योजनाओं का शुभारंम्भ किया गया है.

शिक्षा मंत्री ने यह भी कहा कि शिक्षकों को अपने अधिकारों के साथ-साथ कर्तव्यों का भी बोध होना चाहिए. शिक्षकों को पूरी निष्ठा एवं ईमानदारी से अपने छात्रों के प्रति गंभीर होनी चाहिए. मनिका के विधायक रामचन्द्र सिंह ने कहा कि नेतरहाट आवासीय विद्यालय हमारे राज्य का एक अभिन्न अंग है. शिक्षक विद्यालय के स्तम्भ होते हैं. प्राचार्य संतोष कुमार ने विषय प्रवेश कराते हुए कहा कि शिक्षा केवल ज्ञानाजर्न नही है बल्कि यह समाज को सुदृढ़ बनाने का एक मुख्य आधार है. सभापति संतोष उरांव ने कहा कि गुरु शब्द का अर्थ है अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने वाला.
आधुनिक शिक्षक केवल एक विषय विशेषज्ञ नहीं, बल्कि एक मार्गदर्शक, प्रेरक, काउंसलर, तकनीकी जानकार और भावनात्मक सहायक है. केन्दीय विद्यालय रांची के उपायुक्त डीपी पटेल ने कहा कि नई शिक्षा नीति का मूल उदेश्य छात्रों का सर्वांगीण विकास है. अतः हमें बतौर शिक्षक इस बात पर अवश्य बल देनी चाहिए कि छात्रों में शिक्षा के साथ साथ कैसे नैतिक गुणों का विकास हो सके.
मौके पर वक्ता सह-प्रशिक्षक शिक्षा विभाग के संयुक्त सचिव कुवँर सिंह पाहन, शैक्षणिक काउंसलर डॉ मनुकूल,नेतरहाट राँची विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ कामिनी कुमार, अपर समार्हता रामा रविदास, गणित एवं भौतिकी विषय के विषय विशेषज्ञ सह पूर्वर्ती छात्र डॉ (प्रो.) प्रिय रंज, विद्यालय के पूर्व प्राचार्य विंदयाचल पांडेय व जिला शिक्षा पदाधिकारी लातेहार प्रिंस कुमार आदि उपस्थित थे. मंश्री व अन्य अतिथियों ने विद्यालय परिसर में पौधारोपण किया. शिक्षा मंत्री के द्वारा विद्यालय के अष्टम आश्रम वर्ग का उद्घाटन सह नामकरण किया गया. 
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महुआडांड़ से राजा अली आलम



