लातेहार
सब जोनल कमांडर बैद्यनाथ सिंह ने जेजेएमपी को दिया झटका, किया आत्मसमपर्ण




मौके पर मौके पर डीआइजी श्री आलम व पुलिस अधीक्षक श्री गौरव समेंत अन्य पुलिस पदाधिकारियों ने बैद्यनाथ सिंह को बुके और शॉल भेंट कर समाज के मुख्यधारा में लौटने की बधाई है. मौके पर बैद्यनाथ सिंह के पिता अनंत सिंह, पत्नी दशनी देवी व भाई परमदेव सिंह को भी बुके और शॉल भेंट किया गया. बैद्यनाथ सिंह मनिका थाना क्षेत्र के सैलदाग गांव का रहने वाला है. डीआइजी श्री आलम ने प्रेस को संबोधित करते हुए इसे पुलिस अधीक्षक कुमार गौरव व उनकी टीम की उपलब्धि बताया.
कहा कि यह एसएसबी व सीआरपीएफ तथा जिला बल का सामुहिक प्रयास का परिणाम है. उन्होने बैद्यनाथ सिंह को समाज की मुख्यधारा से जुड़ कर जीवन यापन करने की अपील की. उन्होने बताया कि सरकार के द्वारा पुर्नवास नीति के तहत दिये जाने वाले लाभ उसे दिये जायेगें. आलम ने अन्य उग्रवादियों को भी सरकार की पुर्नवास नीति का लाभ ले कर सरेंडर करने की बात कही. कहा कि हाल में अभियान मे पुलिस को काफी सफलता मिली है. इससे जिले मे उग्रवादी व माओवादी कमजोर हुए हैं.
पुलिस अधीक्षक कुमार गौरव ने बताया कि जेजेएमपी सुप्रीमा पप्पू लोहरा, पांच लाख का इनामी प्रभात जी के मारे जाने व सब जोनल कमांडर व दस लाख का इनामी मनीष यादव के गिरफ्तारी के बाद जेजेएमपी उग्रवादी संगठन की कमर टुट गयी है. उन्होने बताया कि पिछले दिनों हेरहंज में लातेहार पुलिस के साथ मुठभेड़ का खलनायक व बोखाखाड़ जंगल में लातेहार पुलिस के साथ मुठभेड़ समेंत अन्य कांडों में गोलीबारी करने वाले जेजेएमपी उग्रवादी संगठन का सब जोनल कमांडर बैद्यनाथ सिंह शामिल रहा है. इस पर पुलिस का बहुत ही दवाब था. अंतत: उसने सरकार की आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित हो कर सरेंडर कर दिया. उन्होने बताया कि बैद्यनाथ सिंह पर लातेहार के विभिन्न थाना क्षेत्रों में कुल सात मामले दर्ज हैं. इनमें छिपादोहर, बरवाडीह व लातेहार थाना में एक-एक, हेरहंज व मनिका में दो- दो मामले दर्ज हैं. प्रेस वार्ता में एसडीपीओ भरत राम समेंत कई पुलिस अधिकारी मौजूद थे.