


उन्हें ए नेगेटिव )रक्त आवश्यकता थी. रक्त की कमी के कारण जिंदगी और मौत से जंग लड़ रहे थे. लेकिन उस समूह का रक्त नहीं मिल पा रहा था. जब इस बात की जानकारी नीतीश तिवारी को मिली तो उन्होने विकास दुबे से संपर्क किया और उन्हें उक्त समूह का रक्तदान करने की अपील की. इसके बाद वे तुरंत रक्तदान के लिए तैयार हो गये और रांची जाकर रक्तदान कर मरीज का जीवन बचाने में अपना सहयोग किया.
दुबे ने युवकों को भी रक्तदान के लिए आगे आने की अपील की और कहा कि वे नियमित रक्तदान करते हैं. आपके द्वारा किये गये रक्तदान से किसी की जान बच सकती है. मौके पर गोविंद अग्रवाल, राहुल रजक, संजय प्रसाद, सुशील शर्मा, मोहनीश कुमार विक्की आदि ने विकास दुबे को साधुवाद दिया.