लातेहार
सम्मानित किये गये नक्षत्र वाचस्पति के मानद उपाधि प्राप्त डा रजनीकांत पाठक


इसके पूर्व विद्यालय के प्रधानाचार्य उत्तम मुखर्जी मुख्य ने अतिथि डॉ रजनीकांत पाठक को उत्सर्ग पत्रिका एवं शॉल भेट कर सम्मानित किया. प्रधानाचार्य श्री मुखर्जी ने बताया कि ज्योतिष का अभ्यास करने के लिए कोई औपचारिक योग्यता अनिवार्य नहीं है, लेकिन कुछ संस्थानों में प्रवेश परीक्षा और योग्यता मानदंड निर्धारित है. ज्योति शास्त्र की वोकेशनल कोर्स में शुरू करने का उद्देश्य इस शास्त्र के प्रति रुचि जगाना और भविष्य में इसे शास्त्र के रूप में अपनाने पर बल दिया जाना है. इस कार्यक्रम में कक्षा नौ व दस के छात्र-छात्रा व शिक्षकों ने भाग लिया. उन्होने ज्योतिष शास्त्र से जुड़े अंधविश्वास और विश्वास की परिभाषा के आधार पर ज्योतिष शास्त्र के नियमों को जाना. 