मनिका
किसानों में प्लांटेशन का मुआवजा नहीं मिलने पर आक्रोश
दरोगी प्रसाद यादव ने बताया कि उन्होने अपनी जमीन पर छह वर्ष पहले आम बागवानी के लिए 500 पौधा लगाए थे. आज पौधे तैयार हो गये हैं. जब फल देने की बारी आयी तो आम के पेड़ों को काटना पड़ रहा है. उन्होने बताया कि वे पिछले छह साल पहले तकरीबन दो लाख रूपये प्लाटेशन में खर्च किये थे. उसके बाद इन छह महीनों में अपने बाल बच्चों की तरह आम के पौधों की सेवा की और उसे बचाये रखा. आज उन पौधों को नष्ट किया जा रहा है लेकिन उन्हें कोई मुआवजा नहीं दिया जा रहा है.
सरकार एक तरफ प्लांटेशन के लिए प्रेरित करती है तो दूसरी ओर पौधों का किसी प्रकार का मुआवजा नहीं देती है. उन्होने कहा कि अगर उन्हें मुआवजा मिलता तो वे दूसरी जमीन पर प्लांटेशन कर पाते. ऐसे और कई अन्य किसान हैं जिनकी भूमि पर किये गये प्लांटेशन का मुआवजा नहीं मिला है. ऐसे किसानों में आक्रोश देखा जा रहा है.