


जुनैद अनवर ने कहा कि सरकार की योजनाओं में ना किसी नेता का निजी सम्पत्ति खर्च होता है, ना किसी राजनीतिक पार्टी का. योजनाओं की राशि राष्ट्रकोष से ली जाती है. राष्ट्रकोष में सिर्फ़ गिरिराज सिंह या भाजपा के लोग पैसे नहीं देते बल्के देश के सभी धर्म प्रांत के लोग टैक्स के रूप में जमा करते है. जिस पर समस्त देश वासियों का समान अधिकार है. उन्होंने कहा कि गिरिराज सिंह के अनुसार खुद गिरिराज सिंह उनके पिता और दादा तो कांग्रेस पार्टी के नमक हराम हुए.
क्योंकि आजादी के बाद कांग्रेस पार्टी ने कई जनकल्याणकारी योजनाएं देश में चलाई. आजादी के बाद कांग्रेस ने परिवारों को सीधे कई फायदे पहुँचाए-जैसे सार्वजनिक वितरण प्रणाली से सस्ता अनाज मिलता रहा, जिसमें गरीब परिवारों को चावल, गेहूं तीन चार रुपये किलो मिलता था. फिर जननी सुरक्षा योजना आई. जिसने गर्भवती महिलाओं को पाँच हज़ार रुपये देकर डिलीवरी कराई गई, अस्पतालों तक पहुँचाया गया. स्वास्थ्य के क्षेत्र में तब आयुष्मान भारत नहीं था, लेकिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खड़े किए गए. टीकाकरण अभियान से चेचक, पोलियो जैसी बीमारियाँ खत्म हुईं.
राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन ने गाँवों में दवा और डॉक्टर पहुँचाए. इन सभी योजनाओं का लाभ गिरिराज सिंह परिवार ने भी उठाया, लेकिन वोट कांग्रेस को ना देकर जनसंघ और भाजपा को देते रहे. गिरिराज सिंह के अनुसार वो और उनका परिवार कांग्रेस के लिए नमक हराम की श्रेणी में आए.