लातेहार
बैसाखी पर्व पर सीआरपीएफ कैंप गुरुद्वारा में लंगर का आयोजन

लातेहार। बैशाखी पर्व पर सदर प्रखंड कार्यालय परिसर में सीआरपीएफ 11 वीं बटालियन के गुरुद्वारा प्रबंधन समिति के द्वारा रविवार को कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. इस दौरान गुरुद्वारा परिसर में लंगर का आयोजन किया गया. बड़ी संख्या मे लोगों ने लंगर मे पहुंचकर प्रसाद ग्रहण किया.मौके पर गुरूग्रंथी सरदार गुरमीत सिंह ने बैसाखी पर्व के उद्देश्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला. कहा कि वैसाखी के दिन ही दशम गुरु गोविंद सिंह ने आनंदपुर साहिब में वर्ष 1699 में खालसा पंथ की स्थापना की थी.
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सिख धर्म में बैसाखी का अध्यात्मिक महत्व है. जीवन में हमेशा नेकी एवं बदी की लड़ाई चलती रहती है. बैसाखी के दिन गुरु गोबिंद सिंह ने अपने शिष्यों को बुराई से दूर रह कर नेकी के रास्ते पर चलने की शिक्षा दी थी. खालसा पंथ की स्थापना के दिन गुरु गोबिंद सिंह ने पहले अपने शिष्यों को अमृत छकाया और फिर स्वयं उनके हाथों से अमृत छका. इसलिए कहा गया है कि ‘प्रगट्यो मर्द अगमन विरयाम अकेला, वाह वाह गुरु गोबिंद आपे गुरु आपे चेला’. इससे पहले श्री सिंह ने गुरुवाणी एवं पूज अर्चना किया.
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मौके पर सीआरपीएफ 11 बटालियन के कमाडेंट यादराम बुनकर, गुरूद्वारा प्रबंधक समिति के सदस्य प्रकाश मलान, बाबा हरपाल सिंह, बाबा सुरजीत सिंह, सरदार सुरिंदर सिंह गौरवदीप मलान, सरदार गुरमीत सिंह, पीतावस पांडा, सोमनाथ यादव, मुकेश कुमार सिंह, विश्वकर्मा सूबेदार साहब समेत काफी संख्या मे लोग शामिल थे.



