कंपनी के लोग ही कर रहे हैं धांधली, विरोध करने पर करते हैं अभद्र व्यवहार
आशीष टैगोर
लातेहार। प्रशासन के लाख मना करने के बावजूद लातेहार जिला में शराब प्रिंट से अधिक रेट पर बिक रहा है. इसे ले कर आए दिन ग्राहकों और दुकानदार के बीच नोकझोक हो रही है. रविवार को लातेहार शहर के एक नंबर दुकान (अमावाटीकर मोड़) में ओवर रेट लेते एक वीडिओ वायरल किया गया है. जिसमें दुकानदार ओवर रेट लेता दिखायी पड़ रहा है. 140 रूपये की बीयर 150 और 190 क रायल स्टेग की नीप बोतल को 200 रूपये में बेचा गया. ओवर रेट का विरोध करने पर ग्राहकों के साथ अभद्रता की जाती है और ग्राहक लोक लाज में बात को लीक नहीं करते हैं. बता दें कि यह दुकान पिछले महीने से विवादो मे है.
कंपनी के नए लोग हैं इस दुकान में
बता दें कि पहले इस दुकान में जो प्रभारी थे उन्हे कंपनी के (केएस मल्टीफैसलिटी प्राइवेट लिमिटेड) द्वारा काफी दवाब दे कर हटा दिया गया है. आरोप था कि शराब को ओवर रेट मे बेचा जाता है. दुकान से हटाए जाने के विरोध में शराब दुकानदारों ने प्रदर्शन भी किया था. दुकानदारों का कहना था कि उन्हें पिछले अक्तूबर माह से मानदेय नहीं दिया जा रहा है, उस पर बिना किसी कारण के उन्हें हटाया जा रहा है, जब से इस दुकान में कंपनी के नए लोग आए हैं, तब से ओवर रेट की समस्या अधिक है. जबकि पहले के स्टाफों को भी ओवर रेट के आरोप मे हटाया गया था. अब उनके आने के बाद ओवर रेट मामला अधिक प्रकाश में आ रहा है. लेकिन विभागीय अधिकारी राजनीतिक दवाब में कुछ भी कर पाने की स्थिति में नहीं हैं. हालांकि उत्पाद अधीक्षक रंजन तिवारी पहले भी कह चुके कि किसी भी सूरत में ओवर रेट शराब की बिक्री नहीं होगी, बावजूद ओवर रेट बिक्री हो रही है.
100 रूपये तक अधिक लिया जाता है
बता दें कि जिले में कुल 23 देशी व विदेशी शराब की दुकानें हैं. इन सभी दुकानों में ओवर रेट में शराब बेची जाती है. जिला मुख्यालय के दुकानों मे प्रति नीप की बोतल में दस रूपये, हाफ में 20 रूपये और फूल शराब की बोतल में 40 रूपये तक अधिक लिया जाता है. सबसे खराब स्थिति महुआडांड़ की है. महुआडांड़ के शराब दुकानों में फूल की बोतल में एक सौ रूपये तक अधिक लिये जाते हैं. जानकार बताते हैं कि एक अनुमान के अनुसार ओवर रेट से प्रतिदिन करीब 50 हजार रूपये की अवैध कमाई इन शराब दुकानों से होती है. नेतरहाट में एक भी लाइसेंसी दुकान नहीं है. लेकिन नेतरहाट मे भी खुले आम किराना एवं अन्य दुकानों में अंग्रेजी शराब की बिक्री की जाती है. बता दें कि लाइसेंस नहीं रहते हुए भी नेतरहाट में भी बाकायदा एक दुकान खोल कर अंग्रेजी शराब की बिक्री की जा रही थी. न्यूज टाइम मे खबर प्रसारित होने के बाद आनन फानन में नेतरहाट के दुकान को बंद कराया गया था.