
महुआडांड़(लातेहार)। उपायुक्त उत्कर्ष गुप्ता एवं जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी रीना कुमारी के निर्देशानुसार महुआडांड़ प्रखंड सभागार में शुक्रवार को मिशन वात्सल्य अंतर्गत स्पॉन्सरशिप योजना को लेकर विशेष कैंप का आयोजन किया गया। कैंप का आयोजन बाल कल्याण समिति एवं बाल संरक्षण इकाई लातेहार के संयुक्त तत्वावधान में किया गया।
बैठक की अध्यक्षता महुआडांड़ प्रखण्ड विकास पदाधिकारी संतोष बैठा ने किया। स्पॉन्सरशिप योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदन के साथ बच्चों को बाल कल्याण समिति द्वारा सीएनसीपी घोषित किया जाता है। इसके आलोक में महुआडांड़ प्रखंड लातेहार से दूर होने के कारण माता एवं बच्चों को बाल कल्याण समिति लातेहार आने में कठिनाई उत्पन्न होती इसके लिए बाल कल्याण समिति की प्रखंड स्तरीय बैठक आयोजित की गई। आज के इस बेंच बैठक में बाल कल्याण समिति के समक्ष लगभग 25 बच्चों को प्रस्तुत कराया गया। इस योजना के तहत 18 वर्ष से कम उम्र के ऐसे बच्चों को चिन्हित कर आर्थिक सहयोग दिया जाएगा, जिनके माता-पिता का निधन हो चुका है, या जिन बच्चों को रिश्तेदारों ने त्याग दिया है। इसके अलावा, गंभीर बीमारी एड्स से पीड़ित माता-पिता के बच्चे, एकल माँ के बच्चे, तस्करी से बचाए गए बच्चे एवं गैर-कानूनी गतिविधियों में इस्तेमाल किए जाने वाले बच्चों को योजना का लाभ मिलेगा। प्रत्येक चयनित बच्चे को तीन साल तक प्रतिमाह चार हजार रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
प्रखण्ड विकास पदाधिकारी संतोष बैठा के द्वारा बताया गया की कैंप के आयोजन से बच्चों एवं उनके माता को काफी सुविधा हुई महुआडांड़ प्रखंड में और भी बच्चे चिन्हित किए जा रहे हैं जिनको इस योजना से जोड़ा जाएगा साथ यह भी बताया गया की किन्हीं को आय प्रमाण पत्र बनाने में समस्या है तो उसका भी समाधान किया जाएगा। बाल संरक्षण इकाई के संरक्षण पदाधिकारी एम राजा के द्वारा बताया गया कि जिन बच्चों को स्पॉन्सरशिप योजना का लाभ मिल रहा है उस पैसे का उपयोग बच्चों के शिक्षा एवं विकास के लिए करेंगे उनका तीन-तीन महीने में लगातार फॉलो किया जा जाता है ताकि योजना का लाभ सहि ढंग मिल सके। साथ ही उपस्थित सभी माता एवं बच्चों को पोषण अभियान उनके खान-पान कुपोषण एवं वृद्धि निगरानी इत्यादि के बारे में बताया गया। मौके पर बाल कल्याण समिति के सदस्य आशा कुसुम तिग्गा, कुंदन गोप, बाल संरक्षण इकाई सामाजिक कार्यकर्ता जियाउल हक सहित प्रखण्ड के ग्रामीण मौजूद थे।



