लातेहार
सांसद प्रतिनिधि ने सदर अस्पताल का निरीक्षण किया


जबकि आईसीयू में महिला व पुरुष का अलग अलग शौचालय नहीं पाया गया. निरीक्षण के दौरान उन्होने पाया कि एक इलेक्ट्रिक बर्न पेशेंट को आईसीयू में ही रखा गया था. बर्न यूनिट संचालित नहीं था. उन्हें बताया गया कि प्रसूति विभाग में एनेस्थेटिक डॉक्टर के कमी के कारण सिजेरियन डिलीवरी नहीं हो पा रही है. अस्पताल प्रबंधन के द्वारा बताया कि जिले के एकमात्र बड़ा सरकारी अस्पताल सदर अस्पताल में यह घोर कमी है, इस कारण कारण कई गर्भवती महिलाओं को दिक्कत की सामना करना पड़ रहा है.
पेयजल की व्यवस्था मरीजों के लिए सही नहीं पाया गया. रेडियोलोजी डॉक्टर के कमी के कारण अल्ट्रासाउंड भी नहीं हो पा रहा है. डायलिसिस, खून जांच एवं एक्स-रे की सुविधा है. निरीक्षण के दौरान अस्पताल उपाधीक्षक एवं अस्पताल प्रबंधन के द्वारा बताया गया कि नगर पंचायत के द्वारा प्रतिदिन कचरा का उठाव नहीं किया जा रहा है. जिसके कारण अस्पताल परिसर में कचरा फैला हुआ है.
डॉ चंदन ने कहा कि इस विषय में नगर पंचायत के अधिकारियों से बात करेगें. उन्होने गर्भवती महिला एवं शिशु से संबंधित टीकाकरण के भी जानकारी ली. मौके पर नागमणि कुमार, मिलन शुक्ला, अनिमेष पांडेय व मुकेश यादव समेत कई लोग मौजूद थे. 