



उन्होने बताया कि विद्यालय में 75 प्रतिशत उपस्थित नहीं रहने पर वार्षिक परीक्षाओं मे बैठने नहीं दिया जाता है. उन्होने कहा कि विद्यालय में छात्राओं पर पूरा ध्यान दिया जाता है. लेकिन अभिभावकों का भी दायित्व है कि वे अपने बच्चों का घर पर ध्यान दें. बच्चे क्या कर रहे हैं पढ़ाई में कितना समय दे रहे हैं, यह सब देखना जरूरी है. उन्होने छात्राओ से मोबाइल व सोशल मीडिया से दूर रहने की अपील की. कहा कि जितना जरूरी हो उतना ही मोबाइल का प्रयोग करें. मौके पर विद्यालय की कई अन्य शिक्षिकाये आदि मौजूद थे.