


इसके बाद मानस पथ होते हुए रेलवे स्टेशन रोड के औरंगा नदी तट पहुंची. यहां कलशों में नदी का पवित्र जल भरा गया. इस अवसर पर बतौर मुख्य यजमान डा विनय सप्तनीक मौजूद थे. जबकि वैदिक मंत्रोच्चारण पंडित अनिल मिश्रा ने किया. इसके बाद कलश यात्रा शहर के बााइपास चौक और मुख्य पथ होते हुए महायज्ञ परिसर पहुंची. यहां कलशों की स्थापना कर पूजा अर्चना प्रारंभ की गयी.
कलश यात्रा में काफी संख्या में महिला व कुंवारी कन्याओं ने भाग लिया.महायज्ञ समिति के मुख्य सरंक्षक सह पूर्व मंत्री बैद्यनाथ राम ने कहा कि शारदीय नवरात्र के प्रथम तिथि से नवाह्रन परायण पाठ का शुभारंभ किया गया जायेगा. उन्होने बताया कि प्रति दिन सध्या आरती और भजन कीर्तन एवं अन्य भक्तिमय कार्यक्रम आयोजित किये जायेगें. उन्होने सभी कार्यक्रमों में भाग लेने एवं तन मन व धन से सहयोग करने की अपील नगर वासियो से की है.
कलश यात्रा में महायज्ञ अध्यक्ष प्रमोद सिंह, महामंत्री सुदामा प्रसाद गुप्ता, कोषाध्यक्ष विनोद महलका, निर्मल महिला, राजू सिंह सुनील कुमार शौंडिक, चंद्रप्रकाश उपाध्याय,अनूप महलका प्रभात कुमार, संतोष अग्रवाल, प्रकाश अग्रवाल, राजीव रंजन पांडे, सुरेश प्रसाद, मदन प्रसाद, मुकेश पांडेय, संतोष पासवान, सुनील प्रसाद, सागर कुमार, जया कुमारी समेंत काफी संख्या में लोग शामिल थे.