


सभी प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी को अपने अपने क्षेत्र अंतर्गत विद्यालयों का निरीक्षण कर विद्यार्थियों की उपस्थिति, शौचालय एवं पेयजल समेत अन्य विभिन्न बिन्दुओ का निरीक्षण कर सभी आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया. समीक्षा के क्रम में विद्यालयों में पोशाक वितरण, छात्रवृत्ति भुगतान की स्थिति, मध्याह्न भोजन योजना की गुणवत्ता एवं समय पर संचालन, साथ ही विद्यालयों में पोषण वाटिका के निर्माण एवं रख-रखाव की स्थिति पर भी विस्तृत चर्चा की गई. उपायुक्त ने निर्देश दिया कि छात्रों को समय पर पोशाक एवं छात्रवृत्ति उपलब्ध कराई जाए तथा मध्याह्न भोजन योजना की नियमित मॉनिटरिंग की जाए.
उन्होंने यह भी कहा कि पोषण वाटिका की उपयोगिता बच्चों में कुपोषण दूर करने एवं स्वास्थ्यवर्धक भोजन उपलब्ध कराने में सहायक है. सभी विद्यालयों में इसे प्रभावी ढंग से लागू किया जाए. उन्होंने नियमित रूप से बच्चों की स्वास्थ्य जांच कराने व उन्हें आयरन की गोली खिलाने का निर्देश दिया.समीक्षा के क्रम में विद्यालयों में छात्र-छात्राओं को शत-प्रतिशत नामांकन,मध्याह्न भोजन, पोशाक एवं छात्रवृति सहित अन्य बिन्दुओ पर विस्तार पूर्वक प्रखंडवार समीक्षा कर आवश्यक व उचित दिशा निर्देश दिया गया. बैठक में जिला शिक्षा पदाधिकारी प्रिंस कुमार के अलावा क्षेत्र शिक्षा पदाधिकारी ऋषिकेष कुमार, संबंधित पदाधिकारी, एडीपीओ, एपीओ ,सभी प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी समेत अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.