लातेहार
हुल आंदोलन ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का शंखनाद किया था: बैद्यनाथ राम
झामुमो ने हुल दिवस पर वीर शहीदों को दी श्रद्धाजंलि


आदिवासियों के हूल के कारण अंग्रेजों को मार्शल लॉ लागू करना पड़ा. 1857 को हुआ सिपाही विद्रोह भारत के स्वतंत्रता संग्राम की पृष्ठभूमि थी, लेकिन इसके ठीक दो वर्ष पूर्व 1855 को ब्रिटिश शासकों के विरुद्ध महान संथाल विद्रोह हुआ था. इस क्रांति में 20 हजार लोगों ने बलिदान दिया था. मौके पर केंद्रीय सदस्य सह जिला बीस सूत्री उपाध्यक्ष अरुण कुमार दुबे, जिप सदस्य विनोद उरांव, जिला सचिव बुद्धेश्वर उरांव, सुदामा प्रसाद, ममता सिंह, प्रवक्ता सुशील कुमार यादव, इनायत करीम, युवा जिला उपाध्यक्ष अंकित पांडेय, दीपक कुमार, गोपाल सिंह, अहद खान, आर्शेन तिर्की, अहसान अंसारी और अंजनी कुजूर आदि मौजूद थे. 