लातेहार
गाजे बाजे के साथ निकली भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा व भाई बलराम की रथ यात्रा




शोभायात्रा राधाकृष्ण मंदिर (ठाकुरबाड़ी) से प्रारंभ होकर मुख्य सड़क होते हुए थाना चौक, बाइपास चौक, अम्बाकोठी, शहीद चौक, जुबली चौक समेत कई मुहल्लों में पहुंची, यहां श्रद्धालुओं ने रथ का भव्य स्वागत किया व रथ यात्रा में शामिल हुए. रथ की रस्सी को खीचा. नगर भ्रमण के बाद रथ यात्रा देर शाम धर्मपुर स्थित मौसीबाड़ी पहुंची. जहां पूजा-अर्चना कर लोग अपने-अपने घर लौट गए. इसके पूर्व महंत दिलीप उपाध्याय द्वारा उच्चारित मंत्रों के बीच यजमान योगेश प्रसाद शौंडिक व उनकी पत्नी रीना देवी ने मंदिर परिसर में ही भगवान जगन्नाथ स्वामी, बलराम एवं माता सुभद्रा के विग्रहों की आरती उतारी. तत्पश्चात रथ को श्रद्धालुओं ने खींचकर यात्रा प्रारंभ की.
ऐसी मान्यता है कि इस रथ यात्रा में शामिल होने से मनुष्य का संताप दूर हो जाता है व ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है. भगवान जगन्नाथ के रथ को आलोक मोहन स्मृति सेवा संस्थान द्वारा सजाया गया था. संस्थान द्वारा भजन कीर्तन को लेकर वाद्य यंत्र की भी व्यवस्था की गई. इस आयोजन में अशोक कुमार महलका, राजधनी प्रसाद यादव, निर्मल महलका, रामनाथ अग्रवाल, युगेश्वर प्रसाद, विजय गुप्ता, श्याम अग्रवाल, संजय तिवारी, बृजेश अग्रवाल, विजय प्रसाद गुप्ता, राजेश अग्रवाल, अशोक गुप्ता, अभिषेक उपाध्याय, श्याम मूर्ति गुप्ता व विपिन कुमार समेत कई लोगों का सराहनीय भूमिका रही. मौके पर पुलिस बल की तैनाती की गयी थी.