


श्रद्धालुओं ने इस पर ठुमके लगाये और एक दूसरे को अबीर-गुलाल लगा कर शुभकामनायें दी. महिलाओं ने माता सीता को सिंदूर दान किया. मौके पर यजमान के रूप में डा विनय सप्तनीक मौजूद थे. यज्ञाचार्य अनिल मिश्रा ने वैदिक मंत्रोच्चारण किया. इससे पहले सीता स्वयंवर का पाठ किया गया. मौके महायज्ञ समिति के मुख्य संरक्षक सह पूर्व मंत्री बैद्यनाथ राम, अध्यक्ष प्रमोद प्रसाद सिंह, कोषाध्यक्ष विनोद कुमार महलका व मंत्री सुनील कुमार शौंडिक ने बताया कि पिछले 51 सालों से यह आयोजन निर्विघ्न होता आ रहा है.
सुबह पांच बजे सात बजे तक पूजा अर्चना, आठ बजे से दोपहर दो बजे तक तक ब्रह्मणों एवं महिला श्रद्धालुओं के द्वारा रामचरित मानस का पाठ किया जाता है. संध्या छह बजे से आरती होती है. रात्रि में कोलकाता की मंडली के द्वारा श्रीरामचरित मानस के प्रसंगों का मंचन किया जा रहा है. मौके पर अशोक कुमार महलका, डा विशाल शर्मा, चंद्रप्रकाश उपाध्याय, मदन प्रसाद, सुरेश प्रसाद, संतोष अग्रवाल, प्रकाश मोहन अग्रवाल, राजू रंजन प्रसाद, दुर्गा प्रसाद, राजू सिंह, अनिल प्रसाद आदि मौजूद थे.
नगर वासियों का मिलता है अपूर्व सहयोग: बैद्यनाथ राम